Baba Garibnath Temple Holi: मुजफ्फरपुर में बाबा गरीबनाथ धाम मंदिर में होती है विशेष होली, भगवान शिव के साथ होली खेलने से होती है त्योहार की शुरुआत

बिहार के मुजफ्फरपुर में बाबा गरीबनाथ धाम मंदिर में होली का महाश्रृंगार किया गया. भक्तों ने भोलेनाथ के साथ अबीर और गुलाल से होली खेली. मान्यता है कि बाबा के साथ होली खेलने के बाद ही पूरे राज्य में होली महोत्सव का शुभारंभ होता है.

Holi
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 11 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 1:49 PM IST

बिहार के मुजफ्फरपुर में बाबा गरीबनाथ धाम मंदिर में होली का महाश्रंगार किया गया, जहाँ भक्तों ने भोलेनाथ के साथ अबीर और गुलाल से होली खेली. इस पावन अवसर पर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी और हर कोई होली के रंग में सराबोर नजर आया. महंत से लेकर पुजारी और श्रद्धालु तक सभी ने इस उत्सव में भाग लिया और भगवान शिव के साथ होली खेली.

बाबा गरीबनाथ धाम में होली का महाश्रृंगार-
मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ धाम मंदिर में होली का उत्सव हर साल धूमधाम से मनाया जाता है. इस वर्ष भी मंदिर में अबीर और गुलाल का जमकर उपयोग हुआ. भक्तों ने भगवान शिव के साथ होली खेली और महाश्रृंगार किया. मान्यता है कि बाबा के साथ होली खेलने के बाद ही पूरे राज्यभर में होली महोत्सव का शुभारंभ होता है.

भोलेनाथ के साथ होली का उत्सव-
मंदिर के महंत और पुजारियों ने बताया कि होली के इस पावन पर्व की शुरुआत बाबा गरीबनाथ के महाश्रंगार से होती है. भक्तों ने अबीर और गुलाल के साथ भगवान शिव का श्रृंगार किया और मालपुआ का भोग लगाया. महाआरती के बाद भक्तों को प्रसाद बांटा गया.

आस्था और परंपरा का मेल-
मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ धाम मंदिर में होली का उत्सव आस्था और परंपरा का अद्भुत मेल है. हर साल हजारों श्रद्धालु यहाँ आकर भगवान शिव के साथ होली खेलते हैं और इस परंपरा को जीवित रखते हैं. मंदिर के पुजारियों ने बताया कि यह परंपरा सालों से चली आ रही है और हर साल एकादशी के दिन सबसे पहले बाबा गरीबनाथ के साथ होली खेली जाती है.

श्रद्धालुओं का उत्साह-
मंदिर में होली के इस उत्सव में श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता है. भक्तों ने अबीर और गुलाल के साथ भगवान शिव का महाश्रृंगार किया और भक्ति में लीन हो गए. मंदिर में 56 प्रकार का भोग भी लगाया गया और भक्तों के लिए विशेष प्रकाश व्यवस्था की गई.

होली का रंगोत्सव-
मुजफ्फरपुर से उड़कर आस्था और आनंद का यह गुलाल सारे बिहार को श्रद्धा के रंगों से सराबोर करता है. होली के इस पावन पर्व पर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी और हर कोई होली के रंग में डूबा नजर आया. मंदिर के पुजारियों ने बताया कि होली के इस उत्सव में भाग लेने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं और भगवान शिव के साथ होली खेलते हैं.

 

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