महाराष्ट्र में होली के पाचवे दिन रंगपंचमी का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. पुणे जिले के तीर्थक्षेत्र जेजूरी मे खंडेराया मंदीर मे देवताओं के साथ अनूठे तरीके से रंगपंचमी का उत्साह मनाया गया. कोरोना मरीजो की संख्या बहुत कम आने से सार्वजनिक स्थानों पर भी रंगपंचमी की धूम दिखाई दे रही है. पुणे जिले के जेजुरी के खंडोबा मंदिर में भी भक्तों द्वारा रंगोत्सव मनाया गया. भगवान स्वयंभू और मार्तंड भैरव की मूर्तियों को दूध और प्राकृतिक रंगों से विधिवत स्नान कराया गया. रंगपंचमी के अवसर पर शंकर भगवान यानि खंडेराया की मूर्ती को प्राकृतिक रंग से सजाया गया और किले पर रंगपंचमी मनाई गई.
कुलदेवता का रूप माने जाते हैं भगवान
आपको बता दें पुणे जिले के जेजुरी के भोलेनाथ खंडेराया को कुलदेवता के रूप में माना जाता है. यहां भगवान शंकर इन्हें मार्तंड भैरव के नाम से जाना जाता है. खंडेराया मंदिर में मार्तंड भैरव का स्वयंभू शिवलिंग है और हल्दी का चढ़ावा लगाते है, जिसे भंडारा कहते हैं. इस दिन भगवान सुनहरे रंग में रंगे दिखाई देते हैं. कई राज्यों से जेजुरी के मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. मंदिर में हर त्योहार अनूठे रूप से मनाया जाता है.
आज हर जगह रंगपंचमी बड़ी धूमधाम से मनाई जा रही है. मंदिर का परिसर और भी आकर्षक दिख रहा था. रंग पंचमी के अवसर पर किले पर बड़ी धूमधाम से रंगपंचमी मनाई गई.