Panchak 2022: मार्च के आखिर में भूलकर भी न करें ये काम, इस दिन से लग रहे हैं पंचक 

पंचक के दौरान छत न बनवाएं. हां, अगर पहले से ही काम चल रहा है तो उसे बनने दें. ऐसी मान्यता है कि अगर कोई इन दिनों में छत बनवाता है, तो घर में रहने वाले व्यक्तियों के बीच किसी न किसी बात को लेकर लड़ाई-झगड़ा होता है

पंचक
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 22 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 4:41 PM IST
  • इस दौरान दक्षिण दिशा की यात्रा न करें
  • 28 मार्च से लगेगा पंचक

किसी भी मांगलिक काम को करने से पहले शुभ और अशुभ देखा जाता है. सनातन धर्म के मुताबिक हर महीने ऐसे 5 दिन होते हैं जब कोई भी मांगलिक काम करने की मनाही होती है. इन 5 दिनों को हम ‘पंचक’ कहते हैं. इस बार पंचक 28 मार्च से लगने वाले हैं. पंचक मार्च के आखिर में  लगने वाले हैं. ये 28 मार्च 2022, यानि सोमवार को रात 11:55 बजे से शुरू होकर 2 अप्रैल 2022, शनिवार को सुबह 11:21 बजे तक रहेगा. 

कहते हैं राज पंचक के समय अगर हम सरकारी काम या संपत्ति से जुड़ा कोई काम करते हैं तो इसमें अपार सफलता मिलती है. हालांकि, कई ऐसे काम भी हैं जिन्हे इन दिनों में करने की मनाही होती है.

इन 5 दिनों में भूलकर भी न करें ये काम

-इन 5 दिनों में चारपाई न बनवाएं

-पंचक के दौरान छत न बनवाएं. हां, अगर पहले से ही आप उसे बनवा रहे हैं और काम चल रहा है तो उसे बनने दें. ऐसी मान्यता है कि अगर कोई इन दिनों में छत बनवाता है, तो घर में रहने वाले व्यक्तियों के बीच किसी न किसी बात को लेकर लड़ाई-झगड़ा होता है

-इस दौरान दक्षिण दिशा की यात्रा न करें. दरअसल, इस दिशा को यम और  पितरों की दिशा माना जाता है और इसके तरह यात्रा करने को अशुभ माना जाता है. 

-नई दुल्हन को विदा करना अशुभ मानते हैं 

-इन 5 दिनों के दौरान लकड़ी नहीं काटनी चाहिए और न ही लकड़ी से बना कोई सामान खरीदना चाहिए.

क्या होता है पंचक?
 
ज्योतिष के मुताबिक, जब चंद्रमा का गोचर घनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र में होता है तो पंचक की स्थिति बनती है. वहीं जब चंद्रमा का गोचर कुंभ और मीन राशि में होता है, तो भी 'पंचक' लगता है. इसकी अवधि 5 दिन होती है और यही कारण है कि इसे पंचक कहा जाता है.  


 
 
 

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