देश की राजधानी दिल्ली में एक ओर जहां जी 20 सम्मेलन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है, वहीं इसके साथ अब जन्माष्टमी की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं. भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के लिए दिल्ली के प्रमुख मंदिरों को सजाने और संवारने का काम जारी है. साथ ही इस बार जी20 को ध्यान में रखते हुए मंदिर में प्रवेश करने के समय में भी बदलाव किया जा रहा है साथ ही सुरक्षा के पहले से भी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं.
दिल्ली के मंदिर सजेंगे
भगवान श्रीकृष्ण के जाने माने मंदिरों में से एक इस्कॉन में भी जन्माष्टमी की तैयारी शुरू हो गई है, भव्य पंडाल के साथ अब फूलों और लाइटों से मंदिर को सजाया जा रहा है. चाहे बात श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाने के मंच की हो या प्रसाद के लिए मेन्यू तय करने की, इन सभी कामों को अब अंतिम रूप दिया जाने लगा है.
मंदिर में कृष्ण जन्मोत्सव किस तरह से मनाया जाएगा इसके बारे में जानकारी देते हुए डायरेक्टर व्रजेंद नंदन दास ने बताया कि इस बार जी-20 को ध्यान में रखते हुए मंदिर में प्रवेश करने के समय में बदलाव किया है, यानी 7 सितंबर के दिन लोग सुबह 4:30 बजे मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं. लेकिन रात 9 बजे के बाद किसी को एंट्री नहीं मिलेगी. जिसको भी भगवान के दर्शन करने होंगे उन्हें रात 9 बजे तक मंदिर में पहुंचना होगा. इसके बाद जो भक्त अंदर मौजूद होंगे वो पूजा अर्चना कर सकेंगे लेकिन बाहर से सबकी एंट्री बैन होगी.
G-20 को लेकर हैं पुख्ता इंतजाम
मंदिर में सुरक्षा के भी पूरे इंतजाम किए गए है, व्रजेंद्र दास बताते हैं कि जन्माष्टमी के लिए मंदिर में 400 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा. मंदिर के अंदर ही एक कंट्रोल रूम बनाया गया है. इसके अलावा कुल 550 वालंटियर भी मंदिर की निगरानी रखेंगे. 210 सीसीटीवी कैमरा भी जगह जगह इंस्टॉल किए गए हैं. सीसीटीवी के साथ मंदिर के अंदर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी तैनात रहेंगी और कुल 3 एंबुलेंस को भी प्रांगण में रखा जाएगा.
विदेश से आएंगे फूल
जन्माष्टमी के दिन भगवान का विशेष श्रृंगार किया जाता है. इस श्रृंगार के लिए इस बार खास तौर पर विदेश से पुष्प मंगवाए जाएंगे. थाईलैंड के साथ हिमाचल प्रदेश और देश के अन्य राज्यों से आए पुष्पों से श्रृंगार किया जाएगा. वहीं अगर प्रसाद की बात करें तो इस बार कुल 1008 व्यंजन भगवान को प्रसाद के तौर पर चढ़ाए जाएंगे और ये प्रसाद मंदिर में आए सभी श्रद्धालुओं को दिया जाएगा.