MAGHI CHAUTH: माघी चौथ पर करें भगवान गणेश के विनायक रूप की पूजा, व्रत से दूर होंगे सभी कष्ट

पंडित नागेंद्र पांडे बताते हैं कि माघी चौथ को भगवान गणेश के विनायक रूप की पूजा करना सबसे उत्तम माना जाता है. वैसे तो भगवान गणेश को याद करने भर से ही आपके सारे कष्ट धीरे-धीरे दूर होने लगते हैं और आपके मन को शांति मिलती है लेकिन माघी चौथ पर इसका विशेष फल मिलता है.

भगवान गणेश
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 02 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 5:17 PM IST
  • 4 फरवरी को है माघी चौथ
  • गणेशजी की पूजा करने पर मिलता है विशेष फल

18 जनवरी से शुरू हुआ माघ का महीना 16 फरवरी तक चलेगा. इस महीने कुछ व्रत-त्योहार हुए और कुछ आगे आएंगे. इसी में से एक गणेशजी का पर्व आने वाला है. 4 फरवरी को माघी चौथ है और इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है. भगवान गणेश की पूजा करने के साथ-साथ व्रत भी रखें. इससे आपके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे.

माघी चौथ पर गणेशजी की पूजा का विशेष फल
पंडित नागेंद्र पांडे बताते हैं कि माघी चौथ को भगवान गणेश के विनायक रूप की पूजा करना सबसे उत्तम माना जाता है. वैसे तो भगवान गणेश को याद करने भर से ही आपके सारे कष्ट धीरे-धीरे दूर होने लगते हैं और आपके मन को शांति मिलती है लेकिन माघी चौथ पर इसका विशेष फल मिलता है. सुबह उठते ही भगवान गणेश का नाम लें. भगवान गणेश को याद कर दिन की शुरुआत करें. माघी चौथ को फलाहार में फल, तिल या जमीन में उगने वाले कंदमूल खाए जाते हैं.

सारे दुख दूर कर देते हैं भगवान गणेश
ग्रंथों में इस बात का जिक्र है कि जो भक्त इस दिन विधि-विधान से भगवान गणेश की पूजा करते हैं उनके संकट भगवान जल्दी हर लेते हैं. परिवार में सुख और समृद्धि आती है. आने वाली सारी बाधाओं को भगवान गणेश दूर कर देते हैं. किसी भी काम में कोई रूकावट नहीं आती. भगवान गणेश सुख प्रदान करने वाले हैं. कोशिश करें कि इस दिन भगवान गणेश के मंत्र का जाप करें. इस व्रत से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं.

शुक्ल और कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को व्रत रखने की परंपरा
लंबे समय से कुछ राज्यों में शुक्ल और कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को व्रत रखने की परंपरा चली आ रही है. खासकर महाराष्ट्र और तमिलनाडु में लोग इस दिन व्रत रखते हैं. विधि विधान से भगवान गणेश की पूजा करते हैं.  गणेश पूजा और चंद्र दर्शन के बाद शाम को व्रत खोलते हैं.

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