महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी से हो रही है. इसको लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं. सुरक्षा पर विशेष फोकस है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की बाधा का सामना नहीं करना पड़े. सुरक्षा व्यवस्था में हाईटेक इक्विपमेंट्स का उपयोग भी किया जा रहा है. इसी कड़ी में महाकुंभ में पहली बार अंडर वाटर ड्रोन को भी तैनात किया जा रहा है.
महाकुंभ में अंडर वाटर ड्रोन की तैनाती-
संगम नगरी में महाकुंभ के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी की कोई गुंजाइश ना रहे. इसकी पूरी तैयारी चल रही है. जल, थल या नभ हर स्तर पर सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इसी कड़ी में पहली बार अंडर वाटर ड्रोन की तैनाती भी की जा रही है, जो 24 घंटे पानी के अंदर हर तरह की गतिविधियों की निगरानी करने में सक्षम है. विशेष बात ये है कि ये ड्रोन अंधेरे में भी लक्ष्य पर सटीक नजर रखने में कारगर साबित होगा.
100 मीटर की गहराई तक जुटाएगा जानकारी-
अंडर वाटर ड्रोन पानी के अंदर सुरक्षा का जिम्मा संभालेगा. संगम में पानी के नीचे 100 मीटर गहराई तक टोह लेगा और सटीक जानकारी उपलब्ध कराएगा. इस ड्रोन की ये विशेषता सुरक्षा एजेंसियों के लिए काफी फायदेमंद है. इस बेहद तेज रफ्तार और असीमित दूरी तक पानी के अंदर काम करने वाले ड्रोन को सुरक्षा के लिहाज से बड़ा हथियार माना जा रहा है.
श्रद्धालुओं की सुरक्षा होगी अभेद-
महाकुंभ के दौरान करोड़ों लोग संगम में डुबकी लगाएंगे. जिनकी सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है. महाकुंभ को बिना बाधा के सुरक्षित संपन्न कराने के लिए हर तरह की व्यवस्था की जा रही है. जिसमें आधुनिक तकनीकों की मदद भी ली जा रही है.
फिलहाल एक अंडर वाटर ड्रोन उपलब्ध कराया गया है. लेकिन जरूरत के हिसाब से इसकी संख्या बढ़ सकती है. इस ड्रोन को ऑपरेट करने के लिए ट्रेनिंग देने का काम भी शुरू हो गया है.
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