हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ उमड़ रही ये भीड़ प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में आस्था और श्रद्धा की नई इबारत लिख रही है. बीते दस दिनों से हर रोज इस महाकुंभ में संगम पर त्रिवेणी स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा करोड़ के पार जा रहा है और अब तो इस महाकुंभ के समापन की वेला आ रही है. बस आज औऱ कल दो दिन और फिर महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर इस बार लगा यह महाकुंभ संपन्न हो जाएगा. लिहाज़ा, यहां स्नान करने और पुण्य कमाने के लिए आने वालों का रेला लगातार उमड़ रहा है. लोग संगम और दूसरे घाटों पर पहुंच रहे हैं, पवित्र डुबकी लगा रहे हैं और फिर यहां से प्रस्थान कर रहे हैं.
13 जनवरी यानी पौष पूर्णिमा से अभी तक करीब 63 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में पहुंच चुके हैं. हालांकि, साधु-संतों के अखाड़े वसंत पंचमी के बाद ही यहां से जा चुके हैं, लेकिन अब बारी महाशिवरात्रि के आखिरी महास्नान की है. एक बार फिर से 26 फरवरी को यहां पर जबर्दस्त भीड़ उमड़ने के आसार हैं. लिहाजा प्रशासन सतर्क है, महाशिवरात्रि के आखिरी स्नान पर भीड़ पर नियंत्रण और ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी कर ली गई है.
पुलिस-प्रशासन की खास व्यवस्था
आपको बता दें कि महाशिवरात्रि के दिन क्राउड मैनेजमेंट के लिए पुलिस-प्रशासन ने खास व्यवस्था की है. प्रयागराज आने वाले सभी सात रूट पर वरिष्ठ IPS अफसरों को तैनात किया गया है. गाड़ियों की पार्किंग औऱ होल्डिंग एरिया की व्यवस्था की गई है. घाटों से लेकर जगह-जगह तक बैरिकेडिंग लगा दी गई है. भीड़ कहीं भी एक जगह इकट्ठा न हो, इसके लिए इंतजाम किए गए हैं. संगम पर जल्द स्नान, शीघ्र प्रस्थान के नारे के साथ लोगों को स्नान के बाद भेजा जा रहा है. भीड को निकलने के लिए जगह देने के मकसद से चौड़े रास्ते निर्धारित किए गए हैं.
कुंभ मेले में तैनात डीआईजी, वैभव कृष्ण ने कहा कि प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर भी भीड को नियंत्रित करने के खास उपाय किए गए हैं, ताकि कहीं अफरातफरी न हो. किसी तरह से भगदड़ न हो और तमाम लोगों की आवाजाही सहूलियत से हो सके. रेल और सड़क मार्ग के अलावा विमानों से भी प्रयागराज आनेवालों की तादाद कम नहीं है. पिछले 42 दिनों में साढ़े 4 लाख से ज्यादा लोग विमानों से प्रयागराज पहुंच चुके हैं, जो एक रिकॉर्ड है. और अभी भी प्रयागराज के लिए उड़ानें लगातार जारी हैं. लेकिन, लोग किसी भी तरीके से प्रयागराज पहुंचें, उन्हें स्नान में कोई दिक्कत न हो, इसका खास ख्याल रखा जा रहा है.