MahaShivratri 2023: शिवरात्रि के अवसर पर अलग-अलग राशि के जातक करें शिव के इन मंत्रों का जाप

कहते हैं कि महाशिवरात्रि का व्रत इतना शुभ और चमत्कारी है कि इस एक व्रत के प्रभाव से पूरे साल के व्रतों और उपवासों का फल मिल सकता है. मान्‍यता है कि महाशिवरात्रि के दिन भगवान महादेव पृथ्‍वी पर मौजूद हरेक शिवलिंग में विद्यमान होते हैं. इसलिए महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग का अभिषेक करना बहुत शुभ माना जाता है.

शिवरात्रि
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 17 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 1:40 PM IST
  • शिव जी का विवाह भी शिवरात्रि के दिन मनाया जाता है
  • शिवरात्रि पर रुद्राभिषेक का है महत्व

शिवरात्रि, हिन्दू परंपरा का एक बहुत बड़ा पर्व है. सामान्यतः इसे चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है. माना जाता है इस दिन शिव जी का प्राकट्य हुआ था. शिव जी का विवाह भी इस दिन माना जाता है. महादेव की उपासना से व्यक्ति को जीवन में सम्पूर्ण सुख प्राप्त हो सकता है. इस दिन व्रत , उपवास , मंत्र जाप तथा रात्रि जागरण का विशेष महत्व है. इस बार शिवरात्रि का महापर्व 18 फरवरी को मनाया जाएगा. शिवरात्रि पर उपवास बेहद शुभ माना जाता है और माना जाता है कि यह आशीर्वाद और इच्छाओं की पूर्ति होती है. इस दिन भक्त महाशिवरात्रि व्रत कथा का पाठ भी करते हैं .हर राशि की अपनी समृद्धि के लिए मंत्र होता है. तो चलिए आपको महाशिवरात्रि के लिए राशि के अनुसार मंत्र जाप की विधि बताते हैं.

मेष राशि
मेष राशि वालों को भगवान शिव को जल चढ़ाने के बाद 108 बार “ॐ नागेश्वराय नम:” मंत्र का जाप करना चाहिए.

वृषभ राशि
वृषभ राशि वाले जातक शिवलिंग पर दूध चढ़ाने के बाद 51 बार “ॐ नमः: शिवाय” का जाप करें.

मिथुन राशि
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए इस राशि के जातकों को भगवान शिव के रुद्राष्टक से “ॐ नमः शिवाय कलां महाकाल कलमं कृपालं ॐ नमः” मंत्र का जाप करना चाहिए.

कर्क राशि 
महाशिवरात्रि पर कर्क राशि के जातकों को गाय का दूध चढ़ाना चाहिए और शिव चालीसा का अत्यंत श्रद्धा के साथ पाठ करना चाहिए.

सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों को महादेव को लाल रंग का फूल अर्पित करना चाहिए और पंचाक्षरी मंत्र का जाप करना चाहिए.

कन्या राशि
इस राशि के जातकों को महाशिवरात्रि के दिन “ओम नमो शिवाय कलाम ओम नमः” मंत्र का जाप करना चाहिए. मंत्र का जाप करते समय यह सुनिश्चित करना चाहिए कि व्यक्ति इसका उच्चारण अच्छी तरह से करें.

वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों को भगवान शिव और देवी पार्वती की एक साथ पूजा करनी चाहिए और 51 बार “ॐ पार्वती नाथाय नमः:” का जाप करना चाहिए.

धनु राशि
धनु राशि के जातकों को भगवान महादेव की पूजा करने के बाद रुद्राष्टकम स्तुति का पाठ करना चाहिए. भगवान शिव को जल चढ़ाते समय “ओम अंगारेश्वराय नमः” मंत्र का जाप करते रहें.

मकर राशि
इस राशि के लोगों को भगवान शिव को चंदन लगाने के बाद 51 बार “ॐ भामेश्वराय नमः” मंत्र का जाप करना चाहिए।

कुंभ राशि
मकर और कुंभ राशियों के स्वामी शनिदेव हैं. इस राशि के जातकों को भगवान शिव को दूध, दही और शहद का भोग लगाने के बाद 108 बार “ओम नमः शिवाय” मंत्र का जाप करना चाहिए.

मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए महाशिवरात्रि के अवसर पर मंदिर में बैठकर भगवान शिव को धतूरा और भांग चढ़ाने के बाद शिवाश्रक का पाठ करना उत्तम रहेगा.

 

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