केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को ओडिशा के पुरी से अयोध्या तक एक विशेष ट्रेन की घोषणा की है. वैष्णव ने पुरी में एक सार्वजनिक समारोह में घोषणा के दौरान कहा कि ट्रेन सेवा इस साल जुलाई या अगस्त के दौरान शुरू होगी. विशेष रूप से, ओडिशा का पुरी, भगवान जगन्नाथ का निवास, भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या को जोड़ेगा.
कई रेलवे लाइन बिछाई गईं
इस बीच, केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि पुरी जिले में पुरी-कोणार्क नई रेलवे लाइन को भी जल्द ही मंजूरी दी जाएगी. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 2014 में ओडिशा को रेलवे क्षेत्र के विकास के लिए बजट में करीब 800 करोड़ रुपये मिले थे जिसे अब बढ़ाकर 10 हजार करोड़ रुपये कर दिया गया है. उन्होंने दावा किया कि संयुक्ति प्रगतिशील गठबंधन (UPA)के दौरान प्रति वर्ष केवल 45 किलोमीटर रेलवे लाइन बिछाई जाती थी लेकिन मोदी सरकार के कार्यकाल में इसे 10 गुना बढ़ाकर 450 किलोमीटर किया गया.
उन्होंने आगे कहा, “ओडिशा को देश का एक विकसित राज्य बनाना पीएम मोदी की गारंटी है. मोदीजी ओडिशा के युवाओं के लिए बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं.''
क्या हो सकता है रूट
अभी आधिकारिक तौर पर मार्ग की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन ट्रेन के पुरी से भुवनेश्वर, राउरकेला, झारसुगुड़ा, बिलासपुर, कटनी, सतना, प्रयागराज, वाराणसी होते हुए अयोध्या पहुंचने की संभावना है.
भगवान जगन्नाथ से प्रेरित है स्टेशन का डिजाइन
बुधवार को केंद्रीय मंत्री ने पुरी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का निरीक्षण किया और इसे विश्वस्तरीय स्टेशन करार दिया. विशेष रूप से, पुरी रेलवे स्टेशन की नई इमारत का डिज़ाइन भगवान श्री जगन्नाथ से प्रेरित है. इसका काम पूरी गति से चल रहा है और जल्द ही ये बनकर तैयार हो जाएगा. उन्होंने कहा कि इससे लाखों श्रद्धालुओं को फायदा होगा. यात्रियों के बीच काफी समय से ये मांग चलाई जा रही थी कि पुरी से अयोध्या के बीच ट्रेन चलाई जाए. यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब भारतीय रेलवे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई पहल कर रहा है. हाल ही में, रेलवे ने काशी विश्वनाथ धाम तक कई नई ट्रेनें शुरू की हैं और अन्य धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाली ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की योजना बनाई है.