Raksha Bandhan 2022: रक्षाबंधन की तारीख और राखी बांधने के समय को लेकर है कंफ्यूजन ? यहां जानिए सबकुछ 

इस बार रक्षाबंधन कब मनाया जाएगा और शुभ मुहूर्त क्या है इसको लेकर लोगों में दुविधा है. वैसे तो रक्षाबंधन का त्योहार हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है लेकिन इस बार भद्र काल पड़ने की वजह से लोगों में दुविधा शुरू हो गई है. ऐसे में हम आपको इस त्योहार के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं. 

Raksha Bandhan 2022
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 03 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 6:04 PM IST
  • भद्र काल पड़ने की वजह से हो रही है कंफ्यूजन
  • हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है रक्षाबंधन

भाई बहन का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन नजदीक है. इस दिन भाइयों की कलाई पर बहनें राखी बांधती हैं. हर साल रक्षाबंधन का त्योहार सावन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. लेकिन इस बार लोगों को रक्षाबंधन की तारीख और शुभ मुहूर्त को लेकर काफी कन्फ्यूजन है. क्योंकि इस बार दो दिन 11 अगस्त और 12 अगस्त को लेकर चर्चा है. ऐसे में चलिए आपका कंफ्यूजन दूर करते हैं और आपको इस त्योहार से जुड़ी सारी जानकारी देते हैं. जैसे कि रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है, इसका महत्व क्या है और इस बार रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त कब है.

रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है

रक्षाबंधन से जुड़ी कई कथाएं प्रचलित है. इनमें सबसे ज्यादा प्रचलित इंद्रदेव से जुड़ी कथा है. पुराण के अनुसार असुरों के राजा बाली के आक्रमण की वजह से देवताओं के राजा इंद्र को काफी नुकसान पहुंचा था. इस नुकसान को देखकर इंद्रदेव की पत्नी सची व्यथित हो गईं और उनसे रहा नहीं गया. वो दुखी मन से भगवान विष्णु के पास गईं ताकि इस समस्या का समाधान मिल सके. भगवान विष्णु ने समस्याओं को सुनकर एक धागा सची को दिया और कहा कि वो इस धागे को अपने पति की कलाई पर बांध दें. सची ने ठीक वैसा ही किया जैसा भगवान विष्णु ने कहा था. इसके बाद राजा बलि की पराजय हुई. इसी के बाद से रक्षाबंधन मनाया जाने लगा. कहा जाता है कि युद्ध के लिए जाने से पहले रक्षा के लिए राजा और उनके सैनिकों के हाथों में उनकी पत्नी और बहनें अनिवार्य रूप से राखी बांधा करती थी. ऐसी मान्यता है कि राखी बांधने से भाइयों के उपर आने वाला संकट टल जाता है.

कब है शुभ मुहूर्त 

जैसा कि आप जानते हैं कि सावन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है. इस बार शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त को है. अगर समय की बात करें तो इसकी शुरुआत 11 अगस्त को सुबह 10 बजकर 38 मिनट पर होगी और समाप्ति 12 अगस्त को सुबह 07 बजकर 06 मिनट पर होगी. लेकिन समस्या ये है कि इस दिन भद्र काल सुबह से शुरू होने वाला है जो कि रात  8 बजकर 35 मिनट तक रहेगा. भद्र काल के दौरान राखी बांधना शुभ नहीं माना गया है. और जब भद्र काल की समाप्ति होगी तबतक रात हो जाएगी. ऐसे में 12 अगस्त को सुबह 7 बजकर 6 मिनट से पहले रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जा सकता है.

 

Read more!

RECOMMENDED