पूरा देश उस समय का इंतजार कर रहा है, जब अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. देश-दुनिया से लाखों लोगों ने इस निर्माण में अपना योगदान दिया है. कई भक्तों ने अपने जीवन भर की कमाई दान दे दी है. ऐसा ही एक नाम आईएएस लक्ष्मीनारायणन का है, जिन्होंने अपनी जीवनभर की कमाई राम मंदिर के निर्माण के लिए समर्पित कर दी है. लक्ष्मनीनारायणन 151 किलोग्राम की रामचरितमानस की मूर्ति बनवा रहे हैं.
IAS अफसर ने समर्पित की सारी कमाई-
रिटायर्ड आईएएस अधिकारी लक्ष्मीनारायणन मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल के न्यासी बोर्ड के प्रधान हैं. उन्होंने अपनी सारी कमाई राम मंदिर को समर्पित कर दी है. लक्ष्मीनारायणन अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 5 करोड़ रुपए की लागत से 151 किलोग्राम की रामचरितमानस की मूर्ति स्थापित कराएंगे. इस मूर्ति को वुमिडी बंगारू ज्वैलर्स तैयार करेगा. कंपनी ने सोने से जड़ित रामचरितमानस का डिजाइन तैयार किया जा रहा है. इसे बनाने में 3 महीने का समय लगेगा. नए संसद भवन में जो सेंगोल लगाया गया है, उसे इसी ज्वैलर्स ने तैयार किया था. लक्ष्मीनारायणन के कहना है कि वह वही लौटा रहे हैं, जो भगवान ने उनको दिया था. दान के नाम पर धन लुटाने से बेहतर है कि उनकी पुस्तक को भगवान के चरणों में अर्पित कर दिया जाए.
51 इंच की होगी रामलला की मूर्ति-
राम मंदिर में रामलला की भव्य मूर्ति होगी. रामलला की मूर्ति बाल स्वरूप की होगी और अचल होगी. इस मूर्ति को राजस्थान में तैयार किया जा रहा है. यू मूर्ति 51 इंच की होगी. रामलला के अलावा श्री हरि 10 अवतारों की मूर्तियां भी होंगी. गर्भगृह में बाल रूप के अलावा जो मूर्ति होगी, उसकी ऊंचाई 7 फीट होगी.
22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा-
अयोध्या में भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी 204 को प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. 2.7 एकड़ में राम मंदिर बन रहा है. ये तीन मंजिला होगा और इसकी ऊंचाई 162 फीट होगी. मंदिर के चारों ओर 8 एकड़ की परिधि में 48 फीट ऊंची प्राचीर भी बनाई जा रही है. कैंपस में राम मंदिर के अलावा 6 और मंदिर बनाए जा रहे हैं. राम मंदिर में कुल 392 पिलर होंगे. गर्भगृह में 160 और ऊपरी तल में 132 खंभे होंगे. मंदिर में 12 द्वार होंगे. इन्हें सागौन की लकड़ी से बनाया जा रहा है.
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