रुद्राक्ष पहनते हैं तो जरूर जान लें ये नियम...वरना आपका रुद्राक्ष भी हो जाएगा अशुद्ध

Rudraksha: हिंदू धर्म में रुद्राक्ष पहनने का बहुत महत्व है. ऐसा माना जाता है कि रुद्राक्ष भगवान शंकर के आंसुओं से उपजे हैं. अक्सर भगवान भोले के भक्त हाथ या गले में रुद्राक्ष धारण करते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रुद्राक्ष पहनने से कई संकटों से बचा जा सकता है और आपकी सोच को सकारात्मक बनाता है.

रुद्राक्ष पहनने के नियम
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 12 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 10:00 PM IST
  • रुद्राक्ष पहनने से कई संकटों से बचा जा सकता है
  • सकारात्मक रहता है आपका मन

हिंदू धर्म में रुद्राक्ष पहनने का बहुत महत्व है. ऐसा माना जाता है कि रुद्राक्ष भगवान शंकर के आंसुओं से उपजे हैं. अक्सर भगवान भोले के भक्त हाथ या गले में रुद्राक्ष धारण करते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रुद्राक्ष पहनने से कई संकटों से बचा जा सकता है और आपकी सोच को सकारात्मक बनाता है. लेकिन यह शुभ फल तभी देता है जब इसे पूरे विधि-विधान से पहना गया हो. रुद्राक्ष धारण करते समय कुछ नियमों का पालन करना बहुत ही जरूरी है. अगर इनका पालन नहीं किया जाता तो रुद्राक्ष पहनना अपवित्र माना जाता है.

इन लोगों को नहीं पहनना चाहिए रुद्राक्ष
ऐसी मान्यता है कि बच्चे के जन्म के बाद कुछ समय तक मां और बच्चा अशुद्ध होते हैं. ऐसे में मां को रुद्राक्ष नहीं धारण करना चाहिए या फिर अगर पहना हुआ भी है तो उसे उतार देना चाहिए.  यहां तक कि कहा ये भी जाता है कि रुद्राक्ष धारण किए हुए लोगों को उस दौरान मां और बच्चे के कमरे में नहीं जाना चाहिए. अगर आप इन लोगों के कमरे में जा रहे हैं, तो रुद्राक्ष को उतार कर रख दें. इसके अलावा कई ऐसे मौके जिस समय आपको अपना रुद्राक्ष नहीं पहना चाहिए. अगर आपने पहना भी है तो इसे उतार देना चाहिए. 

इस दौरान न पहनें रुद्राक्ष 

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