Sawan 2024: सावन में बाबा विश्वनाथ के दर्शन करेंगे एक से डेढ़ करोड़ भक्त, CCTV के अलावा होगी ड्रोन से भी निगरानी

इस बार सावन पांच सोमवार वाला है. साथ ही इस बार सावन में एक से डेढ़ करोड़ श्रद्धालु पूरे माह में दर्शन करने आ सकते है. बता दें, 2023 में अधीमास की वजह से 8 सोमवार वाला सावन था. जिसमें एक करोड़ 63 लाख लोगों बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए थे.

Baba Vishwanath Temple
रोशन जायसवाल
  • वाराणसी ,
  • 21 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 11:20 AM IST
  • पांच सोमवार का होने वाला है सावन
  • पुलिस विभाग ने भी कर ली है तैयारी  

द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ के दर्शन पूजन इस बार सावन में खास होने वाला है. क्योंकि माना जा रहा है कि भक्तों के सैलाब से पिछले सभी रिकॉर्ड टूट जाएंगे. इस बार भक्तों की संख्या हर बार की अपेक्षा बढ़कर एक से डेढ़ करोड़ होने वाली है. इस बार सावन माह में पांच सोमवार तो है ही साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग भी है. भक्तों की भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस फोर्स तो होगी ही. साथ ही निगरानी के लिए CCTV कैमरे और ड्रोन का भी उपयोग किया जाएगा.

पांच सोमवार का होने वाला है सावन
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि विश्वनाथ मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या प्रत्येक वर्ष बढ़ती जा रही है. वर्ष 2022 में चार सोमवार वाले सावन माह में एक करोड़ एक लाख लोगो ने दर्शन किए थे. 2023 में अधीमास की वजह से 8 सोमवार वाला सावन था. जिसमें एक करोड़ 63 लाख लोगों बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए थे. इस बार सावन पांच सोमवार वाला है. इस वजह से प्रतिदिन ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन के लिए आएंगे. इस बार सावन में एक से डेढ़ करोड़ श्रद्धालु पूरे माह में दर्शन करने आ सकते है. 

बढ़ाई गई है व्यवस्था 
प्रशासनिक स्तर पर भी प्रबंध को बढ़ा दिया गया है. जगह जगह धाम में एयर कूलर और वाॅटर कूलर का भी प्रबंध किया गया है, ORS युक्त जल की व्यवस्था रहेगी और शहर के मैदागिन से लेकर गोदौलिया तक आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 20 गोल्फकार्ट और ई-रिक्शा की भी सुविधा रहेगी. सावन के सोमवार के दिन न तो धाम में लॉकर की सुविधा रहेगी और सुगम, स्पर्श दर्शन और VIP दर्शन पर भी रोक रहेगी. 

विश्व भूषण मिश्रा ने आगे बताया कि यादव बंधु भी हजारों की संख्या में नहीं, बल्कि उनके कुछ प्रतिनिधि ही बाबा का जलाभिषेक कर सकेंगे. हाथरस की घटना को देखते हुए क्राउड मैनेजमेंट के सवाल पर मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि मार्च के माह में देखा गया था कि प्रतिदिन 5 लाख तक श्रद्धालु दर्शन करने बाबा विश्वनाथ के दरबार में आ रहें थें. महाशिवरात्रि के दिन भी 12 लाख लोगों ने दर्शन किया था. मार्च माह में 95 लाख से ज्यादा श्रद्धालु आए थे, बगैर किसी पर्व के. उसी के मद्देनजर इस बार सावन में एक से डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं के रहने की व्यवस्था रहेगी.

पुलिस विभाग ने भी कर ली है तैयारी  
वहीं पुलिस विभाग की ओर से सावन की तैयारी के बाबत वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि पुलिस के पुख्ता इंतजाम है. जिसमें 2 एडिशनल और 4 डिप्टी एसपी मिले हैं. इसके अलावा PAC और पैरामिलिट्री फोर्स भी तैनात रहेगी. पूरे क्षेत्र को कई जोन और सेक्टर में डिवाइड किया गया है. जोन में एडिशनल एसपी अफसर तो जबकि सेक्टर में ACP रेंक के अधिकारी नियुक्त रहेंगे. मंदिर में सुगम दर्शन के बैरिकेडिंग की व्यवस्था रहेगी. CCTV से निगरानी के अलावा ड्रोन की भी व्यवस्था रहेगी. सेंसिटिव पॉइंट्स पर QRT टीम तैनात रहेगी. जिनके पास अत्याधुनिक हथियार रहेंगे. भीड़ में महिला पुलिस भी रहेगी ताकि महिला श्रद्धालुओं को असुविधा का सामना न करना पड़े.

बाबा विश्वनाथ को क्यों प्रिय है सावन का महीना?
इस बारे में विश्वनाथ मंदिर के वरिष्ठ पुजारी टेक महाराज उपाध्याय ने बताया कि भगवान शंकर को जलधारा सबसे प्रिय है. इसलिए उनको जल, बिल्वपत्र, धतूरा चढाते है. जिससे वे जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं. समुद्र मंथन के बाद निकले हलाहल विष को भगवान शंकर ने पिकर पूरे सृष्टि की रक्षा की थी. विष के असर को कम करने के लिए जल और दूध चढ़ाया गया था. तभी से ऐसी परंपरा है. भगवान शिव को खुश करने के लिए सिर्फ ओम नमः शिवाय का जाप करके जलाभिषेक करना ही बहुत है. पुजारी ने बताया कि इस बार सावन में पांच सोमवार है. इसलिए भक्त काफी खुश है. क्योंकि उन्हें भगवान शिव के अराधना का ज्यादा वक्त मिलेगा. उन्होंने बताया कि इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग भी है. जिससे पूरे देश और विश्व का कल्याण होगा.


 

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