आज यानी 15 मार्च 2023 को शीतला अष्टमी मनाई जा रही है. शीतला अष्टमी को बसोड़ा के नाम से भी जाना जाता है. शीतला माता को शीलता प्रदान करने वाला माना जाता है. इस दिन शीतला माता को बासी भोजन का भोग लगाया जाता है. अष्टमी के दिन देवी की उपासना से रोग-दोष से छुटकारा मिलता है. लेकिन इस दिन माता शीतला की पूजा कैसे करनी चाहिए? इस दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए? ये जानना बहुत जरूरी है. क्योंकि विधि-विधान से पूजा करने से माता का विशेष आशीर्वाद मिलता है.
शीतला अष्टमी पर ये काम नहीं करना चाहिए-
शीतला अष्टमी पर माता शीतला की पूजा होती है. जान लीजिए इस दिन कौन से ऐसे काम हैं, जिसे नहीं करना चाहिए.
- शीतला अष्टमी के दिन घर में चूल्हा नहीं जलाना चाहिए.
- शीतला अष्टमी के दिन खानपान को लेकर भी ध्यान देना चाहिए.
- इस दिन माता शीतला को ताजा भोजन का भोग भूलकर भी नहीं लगाना चाहिए.
- बसोड़ा पर लहसुन और प्याज खाने की मनाही है.
- शीतला अष्टमी के दिन शराब से दूर रहना चाहिए और मांस का सेवन तो भूलकर भी नहीं करना चाहिए.
- इस दिन नया कपड़ा नहीं पहनना चाहिए. इतना ही नहीं, इस दिन गहरे रंग के कपड़ों से भी दूर रहना चाहिए.
- शीतला अष्टमी के दिन सुई-धागा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
- बसोड़ा के दिन घर में झाड़ू भी नहीं लगाना चाहिए. इससे माता नाराज होती हैं.
- शीतला अष्टमी पर पशु-पक्षियों को भूलकर भी परेशान नहीं करना चाहिए. गधे को माता शीतला का वाहन माना जाता है.
शीतला अष्टमी पर ये काम करें-
शीतला अष्टमी या बसोड़ा पर कई कामों की मनाही है. लेकिन कई काम ऐसे भी हैं, जिसे करने से माता शीतला प्रसन्न होती हैं और आशीर्वाद देती हैं. चलिए आपको बताते हैं कि इस दिन क्या करना चाहिए.
- माता शीतला को हल्दी और रोली का तिलक लगाना जरूरी होता है.
- शीतला माता को घी के पकवान का ही भोग लगाना चाहिए. पकवानों को रात को ही तैयार करना लेना चाहिए.
- शीतला अष्टमी पर चने की दाल का भोग लगाना चाहिए. इसके अलावा मीठे चावल का भोग लगाना चाहिए.
- शीतला अष्टमी पर नहाकर होलिका दहन की जगह जाना चाहिए और घी का दीया जलाना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी मान्यताओं और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. GNTTV.COM इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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