Ram Mandir: राम मंदिर के स्तम्भों पर उकेरी जाएंगी 6 हजार मूर्तियां और आकृतियां...राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिन की बैठक खत्म, कई अहम मुद्दों पर हुई चर्चा

अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर को लेकर निर्माण कार्य प्रगति पर है. प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों की समीक्षा की गयी. मंदिर का कार्य अक्टूबर तक पूरा होने की उम्मीद है ऐसे में मंदिर के स्तम्भों को लेकर फैसला किया गया है.

Ram Mandir
शिल्पी सेन
  • लखनऊ,
  • 25 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 12:52 PM IST

अयोध्या में राम जन्मभूमि पर बनने वाले राम मंदिर में स्तम्भों पर देवी देवताओं की 6000 से ज़्यादा मूर्तियां उकेरी जाएंगी. इसके साथ ही कांस्य पट्टिका में रामकथा के प्रसंगों को जीवंत किया जाएगा. मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक में ये तय किया गया. इसके साथ ही जनवरी में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां भी तेज करने के लिए कई बातों पर मुहर लगाई गयी है. मंदिर निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा समारोह को अच्छे से सम्पन्न करने के लिए वैदिक अनुष्ठान भी किए जा रहे हैं.

उकेरी जाएंगी 6 हजार मूर्तियां
अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर को लेकर निर्माण कार्य प्रगति पर है. प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों की समीक्षा की गयी. मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक रविवार और सोमवार को हुई. सोमवार को बैठक में मंदिर निर्माण के बारे में कई बातों पर चर्चा के बाद स्वीकृति दी गयी. मंदिर का कार्य अक्टूबर तक पूरा होने की उम्मीद है ऐसे में मंदिर के स्तम्भों को लेकर फैसला किया गया है. जानकारी के अनुसार मंदिर के स्तम्भों पर देवी देवताओं की 6 हजार से ज्यादा मूर्तियां उकेरी जाएंगी.

अभी ग्राउंड फ्लोर के स्तम्भों पर मूर्ति उकेरने का काम तेजी से चल रहा है. इसमें अलग-अलग मूर्तियों के अलावा हिंदू धर्म के शुभ चिह्नो को भी स्थान दिया गया है. स्तम्भों पर मूर्ति उकेरने में माहिर उड़ीसा के कलाकारों और शिल्पकारों को ये जिम्मेदारी दी गयी है. मंदिर के स्तम्भों पर मूर्तियों की संख्या 6 हज़ार से ज़्यादा होगी. फिलहाल ग्राउंड फ़्लोर के कुछ स्तम्भों पर मूर्तियां बनायी जा रही हैं. उनका अध्ययन कर इस बात की समीक्षा की गयी कि किस तरह की मूर्तियां बनायी जा रही हैं. मंदिर के लोअर प्लिन्थ में कुछ पैनल्स भी बनाए जाने हैं उनको लेकर भी बैठक में चर्चा की गयी है. बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय, मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, मंदिर निर्माण की टेक्निकल टीम, प्रोजेक्ट की टीम और ट्रस्ट के कई सदस्य मौजूद रहे.

रामकथा के प्रसंगों से सजे दिखेंगे पैनल्स 
मंदिर के परकोटे में भी पैनल्स लगाए जाएंगे. ये पैनल्स कांस्य (bronze)के होंगे. इनमें वाल्मीकि रामायण के प्रसंगों को दिखाया जाएगा.अभी इस बात का चयन होना है कि कौन से प्रसंग होंगे. मंदिर का प्रवेश द्वार भव्य और आकर्षक हो इस पर भी बैठक में चर्चा की गयी. ये तय किया गया कि मंदिर के प्रवेश द्वार पर हनुमान और गरुड़ की मूर्ति होगी. ये किस पत्थर से तैयार किया जाए इस पर भी बैठक में चर्चा हुई. मंदिर के दरवाजे को लेकर भी बैठक में विस्तार से चर्चा हुई है. मंदिर निर्माण समिति की बैठक में परकोटे के मंदिरों को लेकर भी विशेषज्ञों ने अपनी राय रखी. ट्रस्ट पहले ही इस बात को बता चुका है कि राम मंदिर के परकोटे में 6 मंदिरों का निर्माण किया जाएगा. इन 6 मंदिरों में स्थापित होने वाली मूर्तियों को तय करने के लिए ट्रस्ट का डेलीगेशन अगस्त महीने में राजस्थान जाएगा.

हर 15 दिन में होंगे अनुष्ठान
इधर मंदिर निर्माण के साथ ही रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर भी अब तैयारियां बड़े स्तर पर शुरू हो गयी हैं. ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने जानकारी दी कि मंदिर निर्माण समिति की बैठक में 15 से 24 जनवरी 2024 के बीच किसी तारीख पर होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर भी चर्चा हुई. जल्द ही इसके बीच की कोई तारीख फ़ाइनल होने की उम्मीद है. श्रीराम ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने कहा कि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए कई तरह कर अनुष्ठान चल रहे हैं. वेदों की ऋचाओं की आहुतियां दी जा रही हैं तो वहीं रामायण और श्रीमदभागवत् का पाठ भी चल रहा है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा और मंदिर निर्माण निर्विघ्न हो इसके लिए काशी और महाराष्ट्र के वैदिक आचार्य रामकोट क्षेत्र में अलग-अलग अनुष्ठान कर रहे हैं. महाराष्ट्र के पांच वैदिक हर 15 दिन के अंतराल पर ये अनुष्ठान कर रहे हैं.

इस बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकारिणी सदस्य भैया जी जोशी भी अयोध्या पहुंचे थे. उनके साथ भी प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर चर्चा हुई. दरअसल रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में देश भर में कार्यक्रम होंगे. साथ ही अयोध्या में भी सप्ताह भर तक आयोजन होंगे.

 

Read more!

RECOMMENDED