इसलिए हर शुभ कार्य से पहले फोड़ा जाता है नारियल

हिंदू धर्म में पूजा पाठ अपनी एक खास जगह रकता है, वहीं हर पूजा में नारियल जरूर तोड़ा जाता है. नारियल प्रसाद के तौर पर भी इस्तेमाल होता है. आईये जानते हैं हि्दूं धर्म में नारियल की खासियत

importance of coconut in worship
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 23 मई 2022,
  • अपडेटेड 1:01 PM IST
  • विष्णु अपने साथ लाए थे नारियल
  • हर पूजा में समपन्नता का प्रतीक है नारियल

हिदूं धर्म में कोई भी शुभ काम करने से पहले आपने नारियल जरूर फोड़ते जरूर देखा होगा. लेकिन क्या आपने कभी इसके पीछे की वजह जानने की कोशिश की है. आईये इस आर्टिकल के जरिए जानते हैं. 

मां लक्ष्मी का वास

ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी अपने साथ पृथ्वी पर नारियल का पेड़ लाए थे. ये माना जाता है कि नारियल में ब्रह्मा, विष्णु और महेश वास करते हैं. वहीं नारियल को मां लक्ष्मी का का स्वरूप भी माना गया है.  

क्यों फोड़ा जाता है नारियल

नारियल तोड़ने का मकसद है भगवान को खुश करना. मान्यता है कि नारियल किसी भी इंसान के बाहरी और अंदरूनी मन को दिखाता है. नारियल फोड़ कर लोग अपने अंदर के अंहकार को खत्म करते हैं और खुद को भगवान के चरणों में समर्पित करते हैं. 

बलि के रूप में फोड़ा जाता है नारियल

आपको पता होगा कि हिंदू धर्म में बली की प्रथा भी रही है. ऐसे में नारियल फोड़ कर लोग एक तरह से बली देते हैं और जानवर की बली को रोकने का मैसेज भी. नारियल सबसे पवित्र फल माना गया है इसलिए हवन, यज्ञ और पूजा में नारियल जरूर होता है. नारियल धन और सुख-समृद्धि का प्रतीक भी माना गया है. 

 

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