कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को चित्रगुप्त भगवान की पूजा का विधान है. चित्रगुप्त जी का जन्म ब्रह्मा जी के चित्त से हुआ था. इनका कार्य प्राणियों के कर्मों का हिसाब-किताब रखना है. मुख्य रूप से इनकी पूजा भाई दूज के दिन होती है. इनकी पूजा से लेखनी , वाणी और विद्या का वरदान मिलता है.
Every year Chitragupta Puja is held on the occasion of Bhai Dooj. Chitragupta, is the record keeper of the karma.