1400 साल पहले जिस अरब की सरजमीं पर बुत परस्ती की परंपरा को खारिज कर दिया गया था, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उसी सरजमीं पर पश्चिम एशिया के सबसे बड़े मंदिर का वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधिवत उद्घाटन कर नया इतिहास रचेंगे. संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी में 27 एकड़ में बना ये अद्भुत अलौकिक मंदिर सनातन धर्म की आध्यात्मिक ऊर्जा से अनुप्राणित साधु-संतों और हिन्दुस्तान की राजनीतिक इच्छा शक्ति के संगम की अनूठी मिसाल है.
Prime Minister Narendra Modi will create a new history by formally inaugurating the largest temple of West Asia with Vedic chants on the same land of Arabia where the tradition of idolatry was rejected 1400 years ago.