जगन्नाथ मंदिर दुनिया का अकेला मंदिर है जहाँ अधूरी मूर्तियां स्थापित हैं। यहाँ भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की काष्ठ मूर्तियाँ हैं जो हर 12 साल बाद गुप्त तरीके से बदली जाती हैं। मंदिर में 56 प्रकार का महाप्रसाद 742 चूल्हों पर बनता है, जिसे विश्व का सबसे बड़ा रसोईघर माना जाता है। मूर्तियों में स्थापित ब्रह्म पदार्थ, जिसे भगवान का धड़कता हुआ दिल माना जाता है, मंदिर के सबसे बड़े रहस्यों में से एक है।