केदारनाथ के कपाट खुलने में अब 17 दिन का वक्त बचा है. 25 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर केदारनाथ के कपाट खुलने वाले हैं लेकिन गौरीकुंड से केदारनाथ के पैदल रास्ते में कई जगह ग्लेशियर बन गए हैं. इस बात की उम्मीद कम है कि कपाट खुलने तक बर्फ की मोटी चादरें अपने आप पिघल जाएंगी. यही वजह है कि बर्फ के इन ग्लेशियर को काटकर केदारनाथ तक का रास्ता तैयार किया जा रहा है. इस काम में भारी तादाद में मजदूरों को लगाया गया है. जो ग्लेशियर की कटाई कर टनलनुमा रास्ता तैयार कर रहे हैं. हाड़ कंपाने वाली ठंड के बीच ये काम कतई आसान नहीं है लेकिन श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बर्फ को काटकर रास्ता बनाने का काम काफी तेजी से चल रहा है. साफ है कि इस बार जो श्रद्धालु केदारनाथ के दर्शन के लिए आएंगे उन्हें बर्फ की टनल से होकर गुजरना होगा.
The travelers coming to Kedarnath Dham will have to travel through the glaciers on foot this time. Glaciers more than 15 feet have been formed at many places on the walking route.