महाकुंभ भारत की आध्यात्मिक और राजनीतिक यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव रहा है. 1977 से लेकर 2024 तक, कुंभ ने देश की सियासी दिशा को प्रभावित किया है. जयप्रकाश नारायण, सोनिया गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी जैसे नेताओं ने कुंभ में स्नान कर राजनीतिक संदेश दिए.