शनिश्चरी अमावस्या पर पापग्रह शांत होंगे. महादेव की कृपा से कष्ट देने वाले ग्रह नहीं होंगे अशांत. अमावस्या तो हर माह में कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि पर आती है, लेकिन जब अमावस्या शनिवार के दिन आती है तो इसे शनिश्चरी अमावस्या कहते हैं. जानिए इस दिन शनि देव की कृपा कैसे मिलेगी.