भगवान भैरव वैसे तो शिव जी के ही रौद्र रूप हैं, परन्तु कहीं कहीं पर इनको शिव का पुत्र भी माना जाता है. कहीं कहीं पर ये भी माना जाता है कि , जो कोई भी शिव के मार्ग पर चलता है, उसे भैरव कहा जाता है. इनकी उपासना से भय और अवसाद का नाश होता है, व्यक्ति को अदम्य साहस मिल जाता है.शनि और राहु की बाधाओं से मुक्ति के लिए भैरव की पूजा अचूक होती है.
Although Lord Bhairav is the fierce form of Lord Shiva, at some places he is also considered to be the son of Shiva. At some places it is also believed that whoever follows the path of Shiva is called Bhairav.