देश भर में इस साल भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष को मनाने के लिए अमृत महोत्सव चल रहा है. इस मौके पर रेड डॉट फाउंडेशन और बियॉन्ड ब्लैक, प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार, भारत सरकार कार्यालय और ब्रिटिश उच्चायोग, नई दिल्ली के सहयोग से 'शी इज़' बुक सीरीज के जरिए STEAM (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, एप्लाइडआर्ट्स और मैथ) में टॉप 75 भारतीय महिलाओं को सम्मानित कर रहे हैं.
25 नवंबर, 2021 को ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने 'शी इज़ - स्टोरीज़ ऑफ़ वीमेन एडवांसिंग द सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स इन इंडिया' का पहला एडिशन लॉन्च किया था. दूसरे एडिशन की घोषणा 3 मार्च को की गई थी.
इस बुक सीरीज का उद्देश्य युवाओं के लिए ज्यादा से ज्यादा महिला रोल मॉडल प्रस्तुत करना है ताकि महिलाओं के नेतृत्व को पहचान मिले और युवाओं की SDG गोल्स में रुचि बने.
STEAM में चुनी गई 75 भारतीय महिलाएं:
STEAM में कुल 75 भारतीय महिलाओं को चुना गया है. ये सभी महिलाएं साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, एप्लाइडआर्ट्स और मैथ जैसे अलग-अलग क्षेत्रों में काम करते हुए देश के विकास और तरक्की में अपना योगदान दे रही हैं.
इनमें से कुछ महिलाएं हैं:
डॉ. राखी चतुर्वेदी: डॉ. राखी बायोसाइंसेज और बायोइंजीनियरिंग विभाग, आईआईटी गुवाहाटी में प्रोफेसर और एचओडी हैं. उन्होंने प्लांट सेल टिशू कल्चर और एग्रोबायोटेक्नोलॉजी के अनुसंधान क्षेत्र में बहुत योगदान दिया है और कई वैज्ञानिक पुरस्कार उन्होंने जीते हैं.
डॉ गीता राय: डॉ. गीता बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के आणविक और मानव आनुवंशिकी विभाग से हैं.
डॉ. आरती कश्यप: डॉ. आरती आईआईटी मंडी में एसोसिएट प्रोफेसर हैं और आईआईटी मंडी कैटालिस्ट में स्टार्टअप्स की फैकल्टी मेंटर्स में से एक हैं.
वहीं प्रीति अघालयम, लीगी फिलिप, नंदिता दासगुप्ता आईआईटी मद्रास में प्रोफेसर हैं.
डॉ. उपासना रे: डॉ. उपासना सीएसआईआर-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल बायोलॉजी, कोलकाता में एक वायरोलॉजिस्ट और सीनियर साइंटिस्ट हैं.
डॉ दर्शना जोशी: डॉ. दर्शना एक एक्सपेरिमेंटल फिजिसिस्ट और विज्ञानशाला की संस्थापक हैं. वह एक इलेक्ट्रीशियन की बेटी हैं. उन्होंने कैम्ब्रिज से पढ़ाई की है और बाद में विज्ञानशाला इंटरनेशनल की स्थापना की जो युवाओं को क्वालिटी एसटीईएम स्किल ट्रेनिंग देती है.
किरण मनराल: किरण एक भारतीय लेखिका हैं और मुंबई में रहती हैं. उनका पहला उपन्यास 'द रिलक्टेंट डिटेक्टिव' 2011 में प्रकाशित हुआ था.