अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA भारत को स्पेस मिशन में मदद करना चाहता है. नासा ISRO को कई प्रोजेक्ट्स में मदद करना चाहता है. नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने कहा कि भारत के खुद के स्पेस स्टेशन बनाने में सहयोग करने के लिए वाशिंगटन तैयार है. इतना ही नहीं, नेल्सन ने ये भी कहा कि अमेरिका और भारत अगले साल के अंत तक एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन भेजने की योजना पर काम कर रहे हैं.
स्पेस स्टेशन बनाने में मदद को तैयार अमेरिका-
अंतरिक्ष में अपना स्पेस स्टेशन बनाने के लिए भारत की मदद करने के लिए अमेरिका तैयार है. भारत की यात्रा पर आए बिल नेल्सन ने कहा कि हमें उम्मीद है कि उस समय तक एक वाणिज्यिक अंतरिक्ष स्टेशन होगा. मुझे लगता है कि भारत 2040 तक एक वाणिज्यिक अंतरिक्ष स्टेशन चाहता है. अगर भारत चाहता है कि हम उसके साथ सहयोग करें तो निश्चित रूप से हम इसके लिए तैयार हैं. लेकिन यह भारत में निर्भर है.
पीएम मोदी ने इसरो से साल 2035 तक एक भारतीय स्पेस स्टेशन बनाने और 2040 तक चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने का लक्ष्य रखने को कहा है.
भारतीय अंतरिक्ष यात्री को ट्रेनिंग देगा नासा-
नासा साल 2024 में एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन तक उड़ान भरने के लिए ट्रेनिंग देगा. नेल्सन ने कहा कि हम अगले साल के अंत तक एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन भेजने के लिए मदद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष यात्री का चयन ISRO पर छोड़ा गया है, नासा चयन नहीं करेगा.
नेल्सन ने मिशन चंद्रयान 3 की तारीफ की-
बिल नेल्सन ने विज्ञान व तकनीक मंत्री जितेंद्र सिंह से मुलाकात की. जितेंद्र सिंह ने बताया कि नेल्सन ने चंद्रयान 3 की चांद पर लैंडिंग की तारीफ की. भारत पहुंचने पर नेल्सन ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मैं भारत पहुंच गया हूं. एक हफ्ते की उत्साहजनक मुलाकातों और आयोजनों का दौर शुरू होने वाला है. इस दौरे के जरिे नासा और इसरो के बीच साझेदारी बढ़ाई जाएगी. भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में एक लीडर है.
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