Chemotherapy before Surgery: सर्जरी से पहले कीमोथेरेपी से 28% तक कम हो सकता है कैंसर का खतरा, रिसर्च में हुआ खुलासा

यूके के तीन देशों में कोलन कैंसर के मरीजों पर हुए एक शोध में पता चला है कि सर्जरी से पहले कीमोथेरेपी करवाने से कैंसर के वापस आने का खतरा 28% तक कम हो जाता है.

सर्जरी से पहले कीमोथेरेपी से 28% तक कम हो सकता है कैंसर का खतरा
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 20 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 7:22 PM IST
  • 28% तक कम हो सकता है कैंसर का खतरा
  • सामान्य उपचार के मरीजों में ज्यादा है खतरा

यूके में हर मिनट में कोलन कैंसर (Bowel Cancer) से एक व्यक्ति की मौत होती है. लेकिन अब विशेषज्ञों ने इसके इलाज के लिए एक बेहतर तरीका खोज निकाला है. आम तौर पर कैंसर मरीजों का ऑपरेशन करने के बाद उनकी कीमोथेरेपी की जा सकती है. लेकिन हाल ही में हुए एक परीक्षण के अनुसार, सर्जरी से पहले कोलन कैंसर के रोगियों को कीमोथेरेपी करने से कैंसर के वापस आने का खतरा 28% तक कम हो सकता है. 

28% तक कम हो सकता है कैंसर का खतरा
एक परीक्षण में पाया गया है कि शुरुआती चरण के कोलन कैंसर के लिए सर्जरी से पहले कीमोथेरेपी देने से बीमारी के वापस आने की संभावना 28% कम हो जाती है. विशेषज्ञों ने कहा कि दुनिया भर में सैकड़ों हजारों मरीजों को हर साल इसका फायदा मिल सकता है. ये रिसर्च जर्नल ऑफ क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी में प्रकाशित हुआ था.

बॉवेल कैंसर यूके के मुख्य कार्यकारी जेनेवीव एडवर्ड्स ने कहा, "इस मजबूत परीक्षण से इस तरह के सकारात्मक परिणाम देखना आश्चर्यजनक है, इस परीक्षण से हर साल पहले चरण के कोलन कैंसर से पीड़ित हजारों लोगों को जीवनदान मिलेगा. इस परीक्षण के बाद हम वाकई काफी बदलाव ला सकते हैं."

बता दें कि ये फॉक्सट्रॉट ट्रायल, बर्मिंघम और लीड्स के विश्वविद्यालयों के नेतृत्व में और कैंसर रिसर्च यूके ने फंड किया था. जिसमें ब्रिटेन, डेनमार्क और स्वीडन के 85 अस्पतालों में 1,053 रोगियों को शामिल किया गया था.

कब दी जाती है कीमोथेरेपी
आमतौर पर सर्जरी के बाद किसी भी बची हुई कैंसर सेल को मारने के लिए कीमोथेरेपी दी जाती है. ताकि बीमारी वापस से अटैक न कर सके. लेकिन इस परीक्षण के बाद मरीजों को छह सप्ताह की कीमोथेरेपी दी जाएगी, फिर सर्जरी होगी और फिर 18 सप्ताह और कीमोथेरेपी दी जाएगी.

सामान्य उपचार के मरीजों में ज्यादा है खतरा
अध्ययन के दौरान, मरीजों के पहले समूह को छह सप्ताह की कीमोथेरेपी दी गई, उसके बाद सर्जरी, फिर 18 सप्ताह की कीमोथेरेपी दी गई. वहीं दूसरे समूह में कोलन कैंसर के लिए सामान्य उपचार था, जिसमें 24 सप्ताह की कीमोथेरेपी के बाद सर्जरी की गई. जिन रोगियों की सर्जरी से पहले कीमोथेरेपी हुई थी, उनके कैंसर के वापस आने की संभावना बहुत कम थी. वैज्ञानिकों का मानना है कि नया दृष्टिकोण दुनिया भर के देशों में अपनाया जा सकता है.

बर्मिंघम क्लिनिकल में एक सहयोगी प्रोफेसर डॉ लौरा मैगिल ने कहा, "इस परीक्षण के बाद कोलन कैंसर में कैंसर में प्री-ऑपरेटिव कीमोथेरेपी के फायदों को साफ देखा जा सकता है. हम मानते हैं कि हमारे परिणाम क्लिनिक में कोलन कैंसर के प्रति दृष्टिकोण को बदल सकते हैं."

 

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