दुनिया की एक बड़ी आबादी पार्किंसंस बीमारी (Parkinson Disease) जूझ रही है. ये बीमारी एक तरह का मूवमेंट डिसऑर्डर है. इसमें व्यक्ति के हाथ या पैर से दिमाग में पहुंचने वाली नसें काम करना बंद कर देती हैं. लेकिन अब एक नई स्टडी में इसे धीमा करने का उपाय निकाला गया है. मशहूर चीनी मार्शल आर्ट ताई ची (Tai Chi) के नियमित अभ्यास से पार्किंसंस रोग पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
जर्नल ऑफ न्यूरोलॉजी न्यूरोसर्जरी एंड साइकाइट्रिक में पब्लिश हुई इस स्टडी में इस बात के संकेत मिले हैं कि ताई ची पार्किंसंस बीमारी को धीमा कर सकती है. इतना ही नहीं दवा की जरूरत को भी कम कर सकती है.
ताई ची को लेकर ये आया सामने
दरअसल, इससे पहले भी इसे लेकर कई स्टडी हो चुकी हैं. पिछली स्टडी में पार्किंसंस के रोगियों के लिए ताई ची के संभावित फायदे के बारे में संकेत दिया गया था, लेकिन अब इसे लेकर साफ हो चुका है. चीन में शंघाई जिओ टोंग यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा की गई इस नई स्टडी में पार्किंसंस रोगियों के दो ग्रुप्स पर पांच साल से ज्यादा समय तक निगरानी की गई.
334 रोगियों को किया गया शामिल
बता दें, इस स्टडी में पार्किंसंस रोग से पीड़ित 334 रोगियों को शामिल किया गया. 147 रोगियों के एक समूह ने सप्ताह में दो बार एक घंटे के लिए ताई ची का अभ्यास किया, जबकि 187 रोगियों के दूसरे समूह को ताई ची का अभ्यास नहीं करवाया गया, केवल नॉर्मल देखभाल की गई. शोधकर्ताओं ने दोनों ग्रुप्स के बीच बीमारी की गंभीरता, दवा के उपयोग, उम्र और शिक्षा स्तर की तुलना की.
ताई ची से हुआ है फायदा
स्टडी में आए परिणामों के मुताबिक, ताई ची से इस ग्रुप को काफी फायदा हुआ. ताई ची समूह में जो भी रोगी थे उनमें पार्किंसंस बीमारी कई हद तक धीमी हो गई थी. शोधकर्ताओं ने यह भी देखा कि ताई ची समूह के जो भी प्रतिभागी थे उनकी नींद की गुणवत्ता और जीवन की गुणवत्ता में सुधार हुआ है.
स्टडी से पता चलता है कि ताई ची मार्शल आर्ट पार्किंसंस रोग के मैनेजमेंट में एक आशाजनक परिणाम ली सकती सकती है. ये इस बीमारी को धीमा कर सकती है और रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकती है.