दिल्ली में सर्दी ने बुरा हाल कर रखा है. पिछले दो दिनों में मामूली राहत के बाद एक बार फिर से दिल्ली में "कोल्ड ब्लास्ट" की आशंका जताई जा रही है. कई विशेषज्ञ ये संभावना जता रहे हैं कि दिल्ली में पारा शून्य या उससे नीचे तक लुढ़क सकता है. पहाड़ों पर चल रही मौजूदा बर्फबारी दिल्ली में मकर संक्रांति के बाद भी हाड़ कंपाएगी. इस बात में तो शायद ही कोई शक है कि 14 जनवरी को जबरदस्त शीतलहर यानी कोल्ड वेब की जबरदस्त वापसी होने जा रही है.
मौसम विभाग ने मौजूदा पश्चिमी विक्षोभ के मद्देनजर जो चेतावनी जारी की है उसके मुताबिक तापमान सामान्य से काफी नीचे गिरने वाला है. गिरावट सिर्फ रात और सुबह के ही तापमान में नहीं होगी बल्कि दिन का तापमान भी औंधे मुंह गिरेगा. लेकिन जानकारों की राय तापमान में कितनी गिरावट होगी उसको लेकर काफी हद तक बंटी हुई नजर आती है. प्राइवेट मौसम का पूर्वानुमान करने वाली संस्था स्काईमेट के वाइस प्रेसिडेंट महेश पालावत कहते हैं कि "दिल्ली का तापमान माइनस में जाने की बात में कोई तथ्य नहीं है. न्यूनतम तापमान 3 डिग्री तक गिर सकता है लेकिन शून्य पहुंचना मुश्किल है. अधिकतम तापमान भी 15 से 16 डिग्री तक ही आएगा"
माइनस में तापमान के जाने का अनुमान
दरअसल कयासों का दौर तब शुरू हुआ जब कुछ मौसम विशेषज्ञों ने सोशल मीडिया पर तापमान के शून्य से चार डिग्री तक नीचे पहुंचने की भविष्यवाणी कर दी. ये तक कह दिया कि दिल्ली की सर्दी 15 जनवरी के आसपास अपने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ने की ओर बढ़ रही है. लेकिन मौसम विभाग ऐसे किसी भी पूर्वानुमान से सहमत दिखाई नहीं देता है. मौसम विभाग ने जो आधिकारिक पूर्वानुमान बुलेटिन निकाला है उसके मुताबिक दिल्ली में अगले हफ्ते की शुरुआत में शीतलहर एक बार फिर से वापसी करेगी. जिसकी वजह पश्चिम से आ रही बर्फीली हवाएं हैं. ये बर्फीली हवाएं पहले ही गुजरात और राजस्थान के कुछ हिस्सों में चलने लगी हैं और वहां तापमान गिरने भी लगा है.
तो दिल्ली में कहां तक जाएगा तापमान
आम तौर पर दिल्ली में सबसे ज्यादा ठंड दिसंबर के आखिरी हफ्ते और जनवरी के पहले हफ्ते में पड़ती है. लेकिन तीसरे हफ्ते में माइनस तक जाने की बात चौंकाने वाली होती. क्योंकि अमूमन इसी समय तापमान बढ़ता भी है. दिल्ली में सर्द हवाओं की एंट्री 14 जनवरी से हो जाएगी, लेकिन सबसे ज़्यादा ठंड 16 से लेकर 18 जनवरी तक होगी. मौसम विभाग की मानें तो इस दौरान न्यूनतम तापमान 3 डिग्री तक पहुंच सकता है और कुछ हिस्सों में 2 डिग्री भी, लेकिन उससे नीचे जाने की संभावना न के बराबर है. इस दौरान सर्दी दिन में भी रहेगी और दिन में भी सर्द हवाओं की वजह से पारा अधिकतम 15 डिग्री तक के आस-पास रहेगा. मौजूदा दौर 19 जनवरी तक चलेगा क्योंकि पहाड़ों पर उसी वक्त एक पश्चिमी विक्षोभ और आने वाला है.
पूरी जनवरी उत्तरी भारत में सर्दी से राहत के आसार कम
मौसम के जानकार बताते हैं कि आने वाले दिनों में कई सारे वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक के बाद एक आएंगे. ये डिस्टरबेंस जब पहाड़ों में होते हैं तब तो मैदानी इलाकों में तापमान सामान्य से ऊपर चला जाता है, क्योंकि हवा कि दिशा गर्मी बढ़ाने वाली होती है. लेकिन पहाड़ों में बर्फबारी खत्म होने के साथ ही हवा की दिशा भी बदलती है और सर्दी बढ़ जाती है. इसलिए लगातार आ रहे पश्चिमी विक्षोभों की वज़ह से तापमान में भी उतार और चढ़ाव का सिलसिला पूरी जनवरी जारी रहने वाला है.