इजराइल के शोधकर्ताओं ने एक सूंघने वाला रोबोट बनाया है. ये रोबोट बीमारी का पता लगाने और सिक्योरिटी चेक्स में सुधार के लिए टिड्डे के एंटीना का उपयोग करता है. बता दें, इस रोबोट में बायोलॉजिकल सेंसर. रोबोट के सेंसर के तौर इसमें टिड्डियों (Locusts) के एंटीना का इस्तेमाल किया गया है. तेल अवीव यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक, टिड्डियों में सूंघने की गजब की क्षमता होती है.
एंटीना का होगा ये काम
वे अपने एंटीना के सहारे सूंघती हैं. वैज्ञानिकों ने टिड्डियों के एंटीना को दो इलेक्ट्रोड के बीच रखा, जो रोबोट पर गंध की पहचान करने के लिए संकेत भेज सकता है. मशीन लर्निंग से रोबोट अलग-अलग तरह की गंधों की पहचान कर सकता है. शोधकर्ताओं ने टिड्डियों की इसी क्षमता का इस्तेमाल बायो-हाइब्रिड रोबोट (Bio-hybrid robot) बनाने में किया है. शोधकर्ताओं का कहना है कि टिड्डी के एंटीना की मदद से ये रोबोट इलेक्ट्रॉनिक स्निफर्स के मुकाबले कहीं ज्यादा कारगर हो सकते हैं.
कैसे काम करेगा ये रोबोट
सगोल स्कूल ऑफ न्यूरोसाइंस के शविल ने रॉयटर्स को बताया, "हम एक ऐसा रोबोट बनाने का प्रयास कर रहे हैं जिसमें सूंघने की क्षमता हो और जो अलग-अलग गंध के बीच आराम से फर्क कर सकें. हम जानते हैं कि हर गंध का अपना एक खास सिग्नेचर होता है. बस वो रोबोट इसी का पता कर सकेगा.”
भविष्य के लिए होगा फायदा
गौरतलब है कि वैज्ञानिक यह समझने में जुटे हैं कि कुछ जानवर गंध से बीमारी का कैसे पता लगाते हैं. डेवलपर फ्लेशमैन फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग और सागोल स्कूल ऑफ न्यूरोसाइंस में रिसर्चर बेन मोएज का कहना है कि अगर हम इसपर काम कर लेते हैं या ऐसा कुछ इंवेंट कर लेते हैं तो भविष्य में बहुत कुछ असंभव चीजें की जा सकेंगी. इसमें काफी संभावनाएं हैं.