स्पेसएक्स के पहले फ्लाइट सर्जन, भारतीय मूल के डॉ अनिल मेनन नासा के 2021 एस्ट्रोनॉट कैंडिडेट क्लास के लिए चुने गए उन लोगों में शामिल हैं, जो जनवरी 2022 में ड्यूटी के लिए रिपोर्ट करने वाले हैं. 45 वर्षीय मेनन मिनियापोलिस, मिनेसोटा में पले-बढ़े हैं. उनकी मां यूक्रेनी और पिता भारतीय अप्रवासी हैं. इससे पहले वह इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) पर विभिन्न अभियानों के लिए चालक दल के फ्लाइट सर्जन के रूप में नासा में अपनी सेवा दे चुके हैं.
भारतीय मसाले हैं पसंद
अमेरिकी वायु सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल, डॉ अनिल की शादी अन्ना मेनन से हुई है जो स्पेसएक्स में काम करती हैं. उनके दो बच्चे हैं. मेनन ने अपनी भारतीय जड़ों और मसालों के प्रति अपने प्रेम के बारे में बताते हुए कहा कि अधिकांश अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में अपने मसालों के कारण भारतीय भोजन सबसे ज्यादा पसंद आता है. उन्होंने कहा, “जब लोग अंतरिक्ष में होते हैं, तो भोजन का स्वाद अलग होता है क्योंकि आपकी नाक भर जाती है क्योंकि फ्लूइड ऊपर तैरने लगता है. इसलिए मैंने बहुत सारे अंतरिक्ष यात्रियों से सुना है कि भारतीय भोजन उनका पसंदीदा भोजन है क्योंकि यह अधिक मसालेदार होता है. यह एक मेडिकल फैक्ट है."
केरल से है खास लगाव
उन्होंने यह भी कहा कि वह केरल से प्यार करते हैं क्योंकि उनके पिता वहीं से हैं, और वह हाल ही में अपनी पत्नी को भी केरल ले गए थे. “केरल का मेरे दिल में एक विशेष स्थान है. लोगों ने हमारा स्वागत किया. वास्तव में भारत में समय बिताने के कारण मुझे इस नौकरी के लिए तैयार होने में मदद मिली, क्योंकि यह वही कौशल है जो मुझे भविष्य में एक अंतरिक्ष यात्री के रूप में मदद करेगा." उन्होंने एक न्यूज एजेंसी को बताया.