अंतरिक्ष में जाने और कुछ समय रहने पर अंतरिक्ष यात्रियों की हड्डियों में समस्या आने लगती हैं. काफी लंबे समय से वैज्ञानिक इस परेशानी को हल तलाश रहे हैं. और अब लगता है कि इस बीमारी को दूर करने के लिए अंतरिक्ष यात्रियों को समाधान मिल जाएगा.
बताया जा रहा है कि आनुवंशिक रूप से संशोधित (genetically modified) पौधों को खा सकते हैं. कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, डेविस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के शोधकर्ताओं ने एक ट्रांसजेनिक, या आनुवंशिक रूप से संशोधित, लेट्स (Lettuce) विकसित किया है जिससे माइक्रोग्रैविटी में हड्डियों को नुकसान से बचाने के लिए एक दवा बनाई जा सकती है.
हड्डियां को गलने से बचाएगी लेट्स:
आपको बता दें कि माइक्रोग्रैविटी में रहने से अंतरिक्ष यात्रियों की हड्डियां गलने लगती हैं. इस बीमारी का इलाज पैराथाइरॉइड हार्मोन या पीटीएच नामक दवा से किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए नियमित इंजेक्शन की आवश्यकता होती है.
ट्रांसजेनिक लेट्स ह्युमन एंटीबॉडी प्रोटीन के एक हिस्से के साथ पीटीएच को मिलाकर एक संलयन प्रोटीन व्यक्त करता है. यूसी डेविस के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर सोमेन नंदी का कहना है कि संलयन प्रोटीन को रक्तप्रवाह (ब्लडस्ट्रीम) में स्थिर होने के लिए डिज़ाइन किया गया है. शोधकर्ताओं की टीम पौधों का मूल्यांकन कर रही है कि वे कितनी दवा का उत्पादन कर सकते हैं. किन पत्तियों में सबसे अधिक उत्पाद है और पत्तियों की कटाई का सबसे अच्छा समय कौन-सा है.
क्या अंतरिक्ष में उगेंगे पौधे:
नंदी का कहना है कि अंतरिक्ष में पौधे उगाने के कई फायदे हैं. मंगल ग्रह पर एक मिशन को पूरा होने में कई साल लग सकते हैं. उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के अनुभव से पता चलता है कि अगर प्री-पैक खाने के अलावा अंतरिक्ष यात्री कुछ उगा पाएं तो मनोबल काफी बढ़ेगा.
लंबी अंतरिक्ष उड़ानों के लिए भी पीटीएच जैसी दवाओं की आपूर्ति की आवश्यकता होती है. लेकिन कुछ दवाएं रास्ते में एक्सपायर हो जाती हैं, इसलिए अंतरिक्ष यात्रियों को फिर से आपूर्ति के तरीकों की आवश्यकता है. जबकि दवाओं को ट्रांसजेनिक पौधों के बीज के रूप में ले कर, अंतरिक्ष यात्री वजन कम रख सकते हैं और संभावित रूप से ताजा दवाओं का एक नया स्रोत मिल जाएगा.
वैसे तो दवा ऑरल रूप में उपलब्ध होगी, ताकि अंतरिक्ष यात्री लेट्स के पत्तों को खाकर खुद को पीटीएच के साथ खुराक दे सकें. लेकिन अगर यह तरीका काम नहीं करता है, तो भी उन्हें पौधों से दवा निकालने और शुद्ध करने में सक्षम होना चाहिए. इस शोध को सैन डिएगो में अमेरिकन केमिकल सोसाइटी की मीटिंग में पेश किया गया.