Vyommitra Robot: अंतरिक्ष में पहुंचेगा भारत का रोबोट, ISRO की इसी साल व्योममित्र लॉन्च करने की तैयारी

Vyommitra महिला जैसा दिखने वाला रोबोट है. इस ह्यूमनॉइड रोबोट को कई तरह के एडवांस फीचर्स के साथ डिजाइन किया गया है. ये आसानी से स्पेस के माहौल में ढल सकता है, साथ ही अलग-अलग तरह के प्रयोग कर सकता है.

Vyommitra
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 05 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 1:03 PM IST
  • साल की तीसरी तिमाही में लॉन्च करने की तैयारी
  • 2021 में किया गया था व्योममित्र का उद्घाटन  

भारत जल्द ही अंतरिक्ष में रोबोट भेजने वाला है. भारत की स्पेस एजेंसी इसरो (ISRO) देश के पहले ह्यूमनॉइड रोबोट 'व्योममित्र' (Vyommitra Robot) को लॉन्च करने की तैयारी में है. साल की तीसरी तिमाही में व्योममित्र मिशन को लॉन्च कर दिया जाएगा. यह मिशन इसरो (Indian Space Research Organisation) की महत्वाकांक्षी 'गगनयान' (Gaganyaan) परियोजना का ही हिस्सा है, जिसका मकसद इंसानों को अंतरिक्ष में भेजना है.

2025 तक मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन का लक्ष्य

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने हाल ही में इस मिशन के लॉन्च होने को लेकर जानकारी दी है. केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, व्योममित्र मिशन की लॉन्चिंग इस साल की तीसरी तिमाही में होना तय है. यह ह्यूमनॉइड रोबोट अंतरिक्ष यात्री भारत के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन का पहला कदम है. बता दें, भारत का लक्ष्य 2025 तक मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन (Manned Space Mission) लॉन्च करना है. गगनयान मिशन में तीन अंतरिक्ष यात्रियों को सात दिन के लिए अंतरिक्ष में भेजा जाएगा. ये तीनों अंतरिक्ष यात्री अलग-अलग प्रयोगों के साथ गुरुत्वाकर्षण प्रभावों को देखने वाले हैं. 

व्योममित्र का मतलब!

"व्योममित्र" संस्कृत शब्द "व्योम", जिसका मतलब है 'अंतरिक्ष' और "मित्र" जिसका मतलब है दोस्त, से मिलकर बना है. इस ह्यूमनॉइड रोबोट को कई तरह के एडवांस फीचर्स के साथ डिजाइन किया गया है. ये एक लेडी रोबोट है. व्योममित्र के फीचर्स की बात करें, तो ये मॉड्यूल पैरामीटर की निगरानी कर सकता है, अलर्ट जारी कर सकता है, लाइफ सपोर्ट ऑपरेशन कर सकता है, कंट्रोल पैनल ऑपरेट कर सकता है और इतना ही नहीं, प्रश्नों का उत्तर भी दे सकता है. 

व्योममित्र को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि ये आसानी से स्पेस के वातावरण में ढल जाए और साथ ही अलग-अलग तरह के प्रयोग कर सके. इतना ही नहीं ये लाइफ सपोर्ट सिस्टम (जीवन रक्षा प्रणाली) के साथ प्रभावी ढंग से बातचीत भी कर सकता है. 

2021 में किया गया था उद्घाटन  

व्योममित्र का उद्घाटन साल 2021 में किया गया था. ये एक तरह से इसरो की बड़ी उपलब्धि है. गगनयान मिशन के अग्रदूत के रूप में, इसरो ने पिछले साल 21 अक्टूबर को पहले टेस्ट व्हीकल, TV D1 के सफल टेस्ट के साथ एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की. इस टेस्ट की मदद से स्पेस में यात्रियों की सुरक्षा के लिए जरूरी क्रू एस्केप सिस्टम और पैराशूट सिस्टम को मान्य किया था.

इसरो के और मिशन 
 
इसरो कई मिशन पर काम कर चुका है और आने वाले समय में करने वाला है. इन मिशनों में इंटीग्रेटेड एयर ड्रॉप टेस्ट (IADT), पैड एबॉर्ट टेस्ट (PAT), और टेस्ट व्हीकल (TV) फ्लाइट शामिल हैं. बता दें, गगनयान प्रोजेक्ट का उद्देश्य अंतरिक्ष यात्रियों को 400 किमी की ऑर्बिट में भेजकर और फिर उन्हें सुरक्षित रूप से धरती पर वापस लाना है. 

 

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