मेन्थॉल के अपने कई फायदे हैं. अब इसी कड़ी में इससे जुड़ी एक और रिसर्च सामने आई है. जिसमें बताया गया है कि जब अल्जाइमर रोग वाले चूहों को मेन्थॉल सुंघाया जाता है तो उसकी ठीक होने की क्षमता बढ़ जाती है. इसमें मौजूद केमिकल कंपाउंड ब्रेन को डैमेज होने से कुछ हद तक बचाता है. स्टडी करने वाली टीम का कहना है कि यह अल्जाइमर के लिए उपचार के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली विशेष गंध के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. अगर हम यह पता लगा लें कि कौन सी गंध किस ब्रेन और इम्यून सिस्टम रिस्पांस का कारण बनती है, तो हम बेहतर तरीके से ट्रीटमेंट कर सकते हैं.
मेन्थॉल करता है फायदा
स्पेन में सेंटर फॉर एप्लाइड मेडिकल रिसर्च (CIMA) के इम्यूनोलॉजिस्ट जुआन जोस लसार्ट कहते हैं, "हमने इम्यून और सेंट्रल नर्वस सिस्टम में ओल्फेक्ट्री सिस्टम पर अपना ध्यान केंद्रित किया है, और हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि मेन्थॉल फायदेमंद है. हमने देखा कि छह महीने के लिए मेन्थॉल के छोटे एक्सपोजर से चूहों में अल्जाइमर को ठीक करने की क्षमता में बढ़ोतरी हुई है.”
इंसानों को भी हो सकता है फायदा
चूहों के इम्यून रिस्पांस को बढ़ावा देने वाले मेन्थॉल इनहेलेशन को देखने के बाद, टीम ने दिखाया कि यह जानवरों की कॉग्निटिव एबिलिटी को भी सुधार सकता है. इसके अलावा, रिसर्च से पता चला कि चूहे में मेन्थॉल ने IL-1β प्रोटीन को ब्रेन में एक सुरक्षित लेवल पर ला दिया.
जब शोधकर्ताओं ने टी नियामक (Treg) सेल की संख्या कम कर दिया, तब कुछ समान प्रभाव देखे गए, जिससे भविष्य के अल्जाइमर को ट्रीट करने का रास्ता खुल गया. CIMA की न्यूरोसाइंटिस्ट एना गार्सिया-ओस्टा कहती हैं, "मेन्थॉल एक्सपोजर और Treg सेल दोनों IL-1β को कम कर सकती हैं. इसी कारण से कॉग्निटिव एबिलिटी में ये फर्क देखने को मिला.
दरअसल, सेंट्रल नर्वस सिस्टम से संबंधित बीमारियां - जैसे अल्जाइमर, पार्किंसंस और सिजोफ्रेनिया - अक्सर गंध की कमी के साथ आती हैं. लेकिन अब मेन्थॉल पर हुई ये नई स्टडी कई हद तक इसके ट्रीटमेंट के रास्ते खोल सकती है.
(नोट- यहां कही गई बातें छपी हुई रिसर्च और सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. कुछ भी अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.)