दस नए अंतरिक्ष यात्रियों का हुआ नासा में चयन, दशक के अंत तक भेजा जाएगा चांद पर

ट्रेनिंग पूरी हो जाने के बाद उन्हें अंतरिक्ष में बड़े मिशनों पर भेजा जा सकता है, जिसमें आर्टेमिस मिशन के तहत इस दशक के अंत में नासा की चंद्रमा पर योजनाबद्ध वापसी भी शामिल है, जिसमें चांद पर एक साथ पैर रखने वाले महिला और पुरूष का मिशन भी शामिल होगा.

नासा
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 07 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 11:28 AM IST
  • नासा ने 10 नए अंतरिक्ष यात्रियों का किया चयन
  • 11000 से ज्यादा लोगों का एप्लिकेशन हुआ रिजेक्ट

सात दिसंबर को नासा ने 10 नए अंतरिक्ष यात्रियों का चयन किया, जिनमें से आधे सैन्य पायलट हैं. इसके लिए 12 हजार से ज्यादा लोगों ने आवेदन दिया था. सेलेक्ट हुए 10 लोगों की उम्र 30 से 40 साल के बीच है. इन सभी ने ‘स्पेसफ्लाइट’में यात्रा करने से पहले दो साल की ट्रेनिंग ली थी. इन 10 लोगों में लड़ाकू और परीक्षण पायलटों के अलावा,  एक चिकित्सा भौतिक विज्ञानी,  ड्रिलिंग विशेषज्ञ, समुद्री रोबोटिस्ट, स्पेसएक्स फ्लाइट सर्जन और  बायोइंजीनियर शामिल हैं ये बायोइंजिनियर चैंपियन साइकिल चालक भी रह चुके हैं. संयुक्त अरब अमीरात के दो अंतरिक्ष यात्री उनके साथ प्रशिक्षण लेंगे. साल 1959  के बाद से नासा ने अपने अंतरिक्ष यात्री  में 360 लोगों को शामिल किया है. आखिरी बार 2017 में एक अंतरिक्ष यात्री का चयन किया गया था. 

सभी यात्रियों को सिखाई जाएगी रूसी भाषा

बिल नेल्सन ने नए यात्रियों का स्वागत करते हुए कहा कि "हम चंद्रमा पर वापस जा रहे हैं, इसके लिए 10 नए यात्रियों का स्वागत करने हुए खुशी हो रही है.  हमारे लिए हर एक यात्री खास है, और हम सभी को मिल कर काम करना है. 32 से 45 साल की उम्र के बीच के सभी 10 उम्मीदवार अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का संचालन और रखरखाव करना सीखेंगे. इन्हें स्पेसवॉक के लिए भी ट्रेनिंग दी जाएगी. इन्हें रोबोटिक्स कौशल के गुण सिखाए जायेंगे. और रूसी भाषा भी सिखाई जाएगी ताकि ये अपने साथियों के साथ बातचीत कर सकें. 

दशक के अंत में नए यात्रियों को चांद पर भेजा जाएगा

ट्रेनिंग पूरी हो जाने के बाद उन्हें अंतरिक्ष में बड़े मिशनों पर भेजा जा सकता है, जिसमें आर्टेमिस मिशन के तहत इस दशक के अंत में नासा की चंद्रमा पर योजनाबद्ध वापसी भी शामिल है, जिसमें चांद पर एक साथ पैर रखने वाले  महिला और पुरूष  का मिशन भी शामिल होगा. 

जानिए नए यात्रियों ने क्या कहा

38 साल की परीक्षण पायलट और एयरोस्पेस इंजीनियर अमेरिकी नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर जेसिका विटनर ने कहा, मेरा बचपन से अंतरिक्ष यात्रा बनने का सपना था. दूसरी ट्रेनी पायलट निकोल एयर्स भी इस ट्रेनिंग का हिस्सा है निकोल  एफ -22 जेट उड़ाने वाली कुछ महिलाओं में से एक हैं. 38 साल की क्रिस्टोफर विलियम्स हार्वर्ड विश्वविद्यालय में चिकित्सा भौतिकी के सहायक प्रोफेसर हैं.


 

Read more!

RECOMMENDED