स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में नोबेल प्राइज वीक 2022 चल रहा है. तीसरे दिन केमिस्ट्री कैटेगरी में तीन वैज्ञानिकों को नोबेल प्राइज दिया गया है. इसमें अमेरिका की कैरोलिन बेट्रोजी (Carolyn R. Bertozzi), बेरी शार्पलेस (K. Barry Sharpless) और डेनमार्क के मोर्टन मेल्डेल (Morten Meldal) शामिल हैं. इन तीनों वैज्ञानिकों को क्लिक केमिस्ट्री को डेवलप करने के लिए नोबेल प्राइज दिया गया है.
मेडिसिन के फील्ड के लिए खुलेंगे नए रास्ते
बताते चलें कि डॉ कैरोलिन बेट्रोजी नोबेल पुरस्कार से सम्मानित होने वाली आठवीं महिला हैं और डॉ. बेरी शार्पलेस दो नोबेल से सम्मानित होने वाले पांचवें वैज्ञानिक हैं. नोबेल कमेटी ने कहा कि ये तीनों वैज्ञानिक साल 2000 से स्वतंत्र रूप से काम कर रहे हैं. ये तीनों फंक्शनल मॉलिक्यूल्स बनाने के लिए काम कर रहे हैं. इस रिसर्च से आने वाले समय में मेडिसिन के फील्ड के लिए कई नए रास्ते खुल गए हैं.
तीनों ने क्लिक केमिस्ट्री को पहुंचाया नए आयाम पर
बता दें, क्लिक केमिस्ट्री का इस्तेमाल फार्मास्यूटिकल्स के विकास में होता है. इसके माध्यम से DNA की मैपिंग और उपयुक्त सामग्री बनाने का काम किया जाता है. जिन तीनों वैज्ञानिकों को इस बार केमिस्ट्री में नोबेल प्राइज दिया गया है, उन्होंने क्लिक केमिस्ट्री को एक नए आयाम पर पहुंचाने में और सेल्स की मैपिंग के लिए उपयोगी बनाया है. कैरोलिन बेट्रोजी, बेरी शार्पलेस और डेनमार्क के मोर्टन मेल्डेल के बायोऑर्थोगोनल रिएक्शंस जहां कैंसर से लड़ाई में वरदान साबित होंगे वहीं कई दूसरे एक्सपेरिमेंट में भी इनका इस्तेमाल किया जा सकेगा.
गौरतलब है कि पिछले साल दो वैज्ञानिकों बेंजामिन लिस्ट और डेविड डब्ल्यूसी मैकमिलन को मॉलिक्यूल्स के निर्माण के लिए एक सरल और पर्यावरण की दृष्टि से स्वच्छ तरीका खोजने के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.