Parade of Planets: हम और आप जिन ग्रहों को सोशल मीडिया पर सिर्फ तस्वीरों के जरिए ही निहार पाते हैं, उन ग्रहों को आसमान में जनवरी-फरवरी के दौरान बगैर उपकरणों के यानी नंगी आंखों से देखा जा सकेगा. ये खगोलीय घटना ग्रहों की परेड के दौरान होने जा रही है. आइए इस खगोलीय घटना के बारे में सबकुछ जानते हैं.
क्या है ग्रहों की परेड
दरअसल, जब पृथ्वी समेत कई ग्रह सूर्य के एक तरफ आते हैं तो आसमान में उनकी एक लाइन नजर आती है, जिसे ग्रहों का संरेखण यानी अलाइंमेंट कहते हैं. 21 जनवरी 2025 से सात में से छह ग्रह बड़े अलाइंमेंट यानी एक लाइन में आसमान में नजर आएंगे.
इस खगोलीय घटना को ही ग्रहों की परेड कहते हैं. कहा जा रहा है ये खगोलीय घटना हर 396 बिलियन वर्ष में घटित होती है. इस साल की ये पहली ग्रह परेड होगी. इसमें शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि, नेपच्यून और यूरेनस एक साथ एक सीधी रेखा में नजर आएंगे. नासा के मुताबिक शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि को बगैर किसी उपकरण के देखा जा सकता है लेकिन नेपच्यून और यूरेनस को देखने के लिए दूरबीन की जरूरत होती है.
एक सीध में आएंगे ये ग्रह
जानकारी के मुताबिक 28 फरवरी तक छह ग्रह आकाश में एक सीध में आ जाएंगे. हालांकि इसके बाद सात ग्रह यानी शनि, बुध, नेपच्यून, शुक्र, यूरेनस, बृहस्पति और मंगल एक साथ आकाश में एक सीध में आ जाएंगे, जिसे वैज्ञानिक एक दुर्लभ ग्रह संयोग कह रहे हैं. हालांकि एक ही समय में कुछ ग्रहों का सूर्य के एक ही तरफ एक ही रेखा में होना असामान्य बात नहीं है, लेकिन जब सभी ग्रह एक सीध में आएं तो ये घटना निश्चित रूप से दुर्लभ है. 21 जनवरी के बाद ये परेड एक बार फिर 8 मार्च को दिखाई देगी. उस ग्रह परेड में बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति, नेपच्यून, यूरेनस और शनि शामिल होंगे.
कब देख सकते हैं इस खगोलीय घटना को
यकीनन पृथ्वी पर रात में आसमान में होने वाली ये दुर्लभ खगोलीय घटना हर स्टारगेजर्स और खगोलशास्त्री को हैरान कर देने वाली होती हैं. वैज्ञानिकों के मुताबिक ग्रह ज्यादातर आकाश में एक रेखा के साथ दिखाई देते रहे हैं. इस रेखा को एक्लिप्टिक कहते हैं और ये सौर मंडल के उस लाइन को दर्शाती है, जिसमें तमाम ग्रह सूर्य का चक्कर लगाते हैं. फिलहाल तो ग्रहों की परेड जैसी खगोलीय घटना इस साल दो बार होने जा रही है. भारत में 21 जनवरी की रात इस खगोलीय घटना को करीब 8:30 बजे से देखा जा सकता है.
हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया है कि इस परेड को देखने का सबसे अच्छा समय रात 8 बजे से 11 बजे के बीच का होगा. आप 31 जनवरी 2025 तक दुर्लभ नजारा देख सकेंगे. इसके साथ ही अंतरिक्ष में ग्रहों की इस परेड का बेहतर नजारा देखने के लिए मौसम का साफ होना जरूरी है. सभी ग्रह लाइन में नजर आएंगे और फिर रात करीब साढ़े 11 बजे के बाद गायब होने लगेंगे. बृहस्पति, मंगल और यूरेनस ग्रह रातभर आसमान में दिखेंगे और बाद में गायब होने लगेंगे.मंगल ग्रह सूर्योदय से ठीक पहले सबसे आखिर में अस्त होगा. ग्रहों की यह परेड भारत, अमेरिका, चीन, इंग्लैंड सहित लगभग सभी देशों में दिखाई देगी. अमावस के दिनों में 29 जनवरी को ग्रहों की परेड देखने के लिए सबसे आदर्श समय होगा.