क्या है स्टारलिंक सैटेलाइट सर्विस, कैसे करती है ये काम? रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच क्यों है इसकी चर्चा?

स्टारलिंक सर्विस एक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस है जो युद्ध या किसी भी विपरीत परिस्थिति के दौरान भी काम करती रहती है और बंद नहीं होती है. स्टारलिंक सैटेलाइड ब्रॉडबैंड ऐसी व्यवस्था है जिसमें सैटेलाइट के जरिए दुनिया के किसी भी कोने में इंटरनेट सर्विस पहुंचाई जा सकती है.

क्या है स्टारलिंक(सांकेतिक तस्वीर)
श्रुति श्रीवास्तव
  • नई दिल्ली ,
  • 06 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 8:39 PM IST
  • एलन मस्क ने यूक्रेन पहुंचाई स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस.
  • स्टारलिंक सर्विस में सैटेलाइट के जरिए दुनिया के किसी भी कोने में इंटरनेट सर्विस पहुंचाई जा सकती है.

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में  SpaceX के CEO  एलन मस्क (Elon Musk) ने यूक्रेन की मदद के लिए Starlink टर्निमल्स भेजे थे, जिससे यूक्रेन में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस मिलेगी. दरअसल, यूक्रेन के उप-प्रधानमंत्री Mykhailo Fedorov ने ट्विटर पर एलन मस्क से मदद मांगी थी, जिसे बाद उन्होंने स्टारलिंक टर्मिनल यूक्रेन भेजे थे. रूस के लगातार हवाई हमलों और बम विस्फोटों से यूक्रेन में जरूरी सेवाएं प्रभावित हो रही हैं जिनमें से इंटरनेट भी एक है. युद्ध के दौरान यूक्रेन में इंटरनेट की सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं और इसे दुरुस्त करने के लिए एलन मस्क ने स्टारलिंक सेटेलाइट इंटरनेट सुविधा यूक्रेन को मुहैया करायी हैं. एलन मस्‍क की इंटरनेट सर्विस ‘स्‍टारलिंक’ (Starlink) सैटेलाइट के जरिए इंटरनेट मुहैया कराती है. 

रूस के हमलों के बीच SpaceX ने यूक्रेन में 'स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस' शुरू कर दी है. एलन मस्क ने ट्वीट कर इसका ऐलान करते हुए कहा था कि इस तरह की और भी टर्मिनल सेवाएं वो जल्दी ही पूरे यूक्रेन के लिए शुरू करेंगे. दरअसल, ट्विटर पर एलन मस्क से मदद मांगते हुए यूक्रेन के उप-प्रधानमंत्री ने कहा था, “जहां आप अंतरिक्ष को व्यवस्थित कर रहे हैं, रूस यूक्रेन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है.  जहां आपके रॉकेट अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक लैंड कर रहे हैं, रूस के रॉकेट यूक्रेन की आम जनता पर हमला कर रहे हैं. हम चाहते हैं कि आप यूक्रेन को स्टारलिंक स्टेशन दें ताकि हम रूस के हमले का सामना कर सकें.” इसके जवाब में एलन मस्क ने लिखा था, “यूक्रेन में स्टारलिंक सर्विस शुरू कर दी गई है और अन्य टर्मिनल जल्द वहां पहुंचेंगे.” ऐसे में सवाल उठता है कि क्या है ये  'स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस' और कैसे ये युद्ध के विपरीत हालातों में भी काम करती है?

एलन मस्क ने यूक्रेन पहुंचाई स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस 

यूक्रेन के कई इलाकों में में लगातार हो रहे रूसी हवाई हमलों की वजह से इंटरनेट सर्विस बंद हो गयी थी ऐसे में एलन मस्क ने अपनी स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस पहुंचाई. स्टारलिंक सर्विस एक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस है जो युद्ध या किसी भी विपरीत परिस्थिति के दौरान भी काम करती रहती है और बंद नहीं होती है. स्टारलिंक सैटेलाइड ब्रॉडबैंड ऐसी व्यवस्था है जिसमें सैटेलाइट के जरिए दुनिया के किसी भी कोने में इंटरनेट सर्विस पहुंचाई जा सकती है. एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स पिछले कुछ सालों में अंतरिक्ष में 2000 से ज्यादा छोटे-छोटे सैटेलाइट छोड़े हैं, जो पृथ्वी की कक्षाओं में स्थापित किए गए हैं. इन सैटेलाइटों की मदद से धरती के किसी भी कोने से इंटरनेट की सेवा दी जा सकती है. 

कहीं भी मिल सकती है इंटरनेट सर्विस 

स्पेस एक्स पृथ्वी पर सबसे तेज गति से इंटरनेट पहुंचाना चाहता है. स्पेस एक्स का यह प्रोजेक्ट अब अंतिम दौर में है. कंपनी ने शुक्रवार को भी 50 स्टारलिंक सैटेलाइट लॉन्च किए हैं, इनमें से कई सैटेलाइट को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया जाना बाकी है. पिछले महीने मस्क ने कहा था कि फिलहाल स्टारलिंक के पास 1469 सैटेलाइट सक्रिय हैं और 272 सैटेलाइट भी बहुत जल्द परिचालन कक्षा में स्थापित हो जाएगा. स्टारलिंक का लक्ष्य प्राइवेट सैटेलाइट के माध्यम से पृथ्वी पर लगभग किसी को भी इंटरनेट कनेक्शन उपलब्ध कराना है.  

स्टारलिंक ने 2021 में गति पकड़ी. जनवरी में तीन साल के सफल प्रक्षेपण के बाद, Starlink के कारोबार में भी तेजी आ रही है.  पिछले साल फरवरी में मस्क की कंपनी ने खुलासा किया था कि स्टारलिंक 10 हजार से ज्यादा ग्राहकों को सेवा दे रहा है. जिसके बाद एक सेकेंड जेनरेशन होम इंटरनेट सैटेलाइट डिश जारी करने और यात्री विमानों के लिए इन-फ्लाइट वाई-फाई प्रदान करने की संभावना तलाशने के बाद, मस्क का कहना है कि स्टारलिंक ने 14 देशों में ग्राहकों को एक लाख से ज्यादा सैटेलाइट इंटरनेट टर्मिनल भेज दिए हैं.  इस लिस्ट में नया नाम अब यूक्रेन का भी शामिल है, जहां एलन मस्क ने रूसी आक्रमण के बीच स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट टर्मिनल पहुंच गए हैं.  

स्टारलिंक क्या है?

स्पेस एक्स में तकनीकी रूप से एक डिवीजन होने के साथ ही स्टारलिंक स्पेसफ्लाइट कंपनी के बढ़ते नेटवर्क का नाम भी है. इस नेटवर्क का विकास 2015 में शुरू हुआ और 2018 में पहले प्रोटोटाइप सैटेलाइट को कक्षा में लॉन्च किया गया. जिसके बाद स्पेस एक्स ने दर्जनों सफल प्रक्षेपणों में हजारों स्टारलिंक उपग्रहों को पृथ्वी की कक्षाओं में तैनात किया है. 3 मार्च 2022 को 47 सैटेलाइट्स को पृथ्वी की लोअर ऑर्बिट में पहुंचा दिया गया.  

स्टारलिंक ऐप की मदद से चुन सकते हैं जगह 

स्टारलिंक ग्रामीण क्षेत्रों और दुनिया के उन हिस्सों में लोगों को इंटरनेट एक्सेस पहुंचाना चाहता है जिनके पास हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड की पहुंच नहीं है. स्टारलिंक दुनिया के उन क्षेत्रों के लिए  अनुकूल है जहां कनेक्टिविटी आमतौर पर एक चुनौती रही है. पारंपरिक जमीनी बुनियादी ढांचे से अप्रभावित, स्टारलिंक हाई स्पीड ब्रॉडबैंड इंटरनेट को उन स्थानों पर पहुंचा सकता है जहां पहुंच पाना मुश्किल है. 

कनेक्शन हासिल के लिए आपको बस इतना करना है कि सिग्नल रिसीव करने और अपने राउटर को बैंडविड्थ पास करने के लिए आपके घर पर एक छोटा सा सैटेलाइट डिश लगाया जाए. कंपनी छतों, यार्डों और आपके घर के बाहरी हिस्से के लिए कई विकल्प देती है. यहां तक ​​कि एंड्रॉइड और आईओएस के लिए एक स्टारलिंक ऐप भी है जो ग्राहकों को अपने रिसीवर के लिए  जगह और स्थिति चुनने में मदद करता है. स्टारलिंक की सेवा इस समय केवल यूएस, कनाडा और कुछ चुनिंदा क्षेत्रों में उपलब्ध है.  

 

 

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