Science Behind Food Coma: खाने के बाद आने लगती है जबरदस्त नींद, जानें फूड कोमा के पीछे की साइंस और कैसे कर सकते हैं इससे बचाव 

Science Behind Food Coma: खाने के बाद अक्सर जबरदस्त नींद आने लगती है. इसे साइंस की भाषा में फूड कोमा कहा जाता है. फूड कोमा पर 2000 के दशक से कई सारी रिसर्च की जा चुकी हैं.

Food Coma
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 01 मई 2023,
  • अपडेटेड 2:23 PM IST
  • ब्लड सर्कुलेशन में परिवर्तन होना 
  • ज्यादा खाना खा लेने से फूड कोमा होने लगता है

हम अक्सर खाना खाने के बाद आलसी हो जाते हैं और हमें नींद आने लगती है. त्योहारों पर भरपेट खाना खाने के बाद तो हमें बेहोशी छा जाती है. दरअसल, इसे बोलचाल की भाषा में फूड कोमा कहा जाता है. वहीं साइंस की भाषा में इसे पोस्टप्रांडियल सोमनोलेंस कहा जाता है, जिसका सीधा मतलब है खाने के बाद नींद आना. हालांकि, ये नींद कैसे या क्यों आती है, इसके बारे में कई बातें बताई गई हैं. फूड कोमा पर 2000 के दशक से कई सारी रिसर्च की जा चुकी हैं.

क्या है फूड कोमा? 

खाना खाने के बाद नींद आना या खाना खाने के बाद थकान सी महसूस होना को हम फूड कोमा कहते हैं. बहुत से लोगों को इसका एहसास दोपहर के खाने के बाद ज्यादा होता है. इसमें आप अलग-अलग लक्षण महसूस कर सकते हैं. जैसे नींद आना, सुस्ती आना, शारीरिक थकावट, कम ऊर्जा का स्तर, फोकस न कर पाना आदि. चिकित्सकीय भाषा में हम इसे पोस्टप्रांडियल सोमनोलेंस कहा जाता है. 

क्या हैं इसके कारण?

अब अगर इसके कारण की बात करें, तो यूं तो फूड कोमा पर बहुत रिसर्च नहीं हुई है. लेकिन इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे- 

1. ब्लड सर्कुलेशन में परिवर्तन होना 

रिसर्च में पाया गया है कि दोपहर के भोजन के बाद हमारे ब्रेन में खून का प्रवाह कम हो जाता है. ये उन लोगों में ज्यादा देखा गया है जो नाश्ता नहीं करते हैं. 

2. ज्यादा खाना खा लेना 

लोग अक्सर ज्यादा या भारी खाना खाने के बाद फूड कोमा की शिकायत करते हैं. अगर आप ज्यादा खाते हैं तो इससे आपको उबासी सा महसूस होने लगेगा. पिज्जा खाने वाले पुरुषों में की गई एक रिसर्च में सामने आया कि जो लोग ज्यादा खा लेते हैं उनमें 4 घंटों में कम ऊर्जा और शारीरिक थकान, नींद और सुस्ती देखी गई. जबकि जिन लोगों ने ज्यादा नहीं खाया था उनपर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा.

3. ज्यादा कार्ब्स, फैट या प्रोटीन वाला खाना 

कार्ब्स, फैट और प्रोटीन से भरपूर भोजन को फूड कोमा से जोड़कर देखा जाता है. ये मैक्रोन्यूट्रिएंट्स हमारे शरीर को आलसी बना सकते हैं. उदाहरण के लिए, ज्यादा कार्ब वाला भोजन आपके खून में अमीनो एसिड ट्रिप्टोफैन के लेवल को बढ़ा सकता है, जो सेरोटोनिन की मात्रा को बढ़ाता है. ये नींद से जुड़ा एक हार्मोन है. 

4. आपके मस्तिष्क और नींद के हार्मोन पर खाने के प्रभाव

खाने से अलग-अलग हार्मोन और न्यूरोट्रांसमीटर निकलते हैं जो पाचन के लिए जिम्मेदार हमारे नर्वस सिस्टम के कुछ हिस्सों को एक्टिव कर देते हैं. पाचन में शामिल कुछ ब्रेन और नर्व वाले रास्ते ओवरलैप हो जाते हैं जिससे नींद, थकान और उबासी आने लगती है. 

फूड कोमा कितने समय तक रहता है?

हेल्थलाइन की रिपोर्ट की मानें, तो किसी भी रिसर्च ने विशेष रूप से जांच नहीं की है कि फूड कोमा कितने समय तक रहता है. हालांकि, कुछ शोध बताते हैं कि ज्यादा भोजन कर लेने के बाद ये फूड कोमा 4 घंटे तक चलता है. खाने के बाद कुछ घंटों तक आपको थकान महसूस हो सकती है. 

क्या फूड कोमा हानिकारक होता है?

हालांकि वैज्ञानिक अभी तक पूरी तरह से नहीं समझ पाए हैं कि फूड कोमा का कारण क्या है. ऐसे में खाने के बाद थोड़ी थकान महसूस होना आम बात है और चिंता का कोई कारण नहीं है. हालांकि कुछ स्थितियों में ये थकान खतरनाक साबित हो सकती है. कई ऐसे लोग हैं जो चिंता करते हैं कि खाने के बाद थकान होना डायबिटीज का संकेत है. जब आप कार्ब्स या चीनी खाते हैं, तो आपका शरीर आपके ब्लड सर्कुलेशन से चीनी को आपके सेल में ले जाने के लिए इंसुलिन का उत्पादन करता है, जहां इसका उपयोग ऊर्जा के लिए किया जाता है. फिर भी, इंसुलिन रेसिस्टेन्स या डायबिटीज वाले लोग हाई ब्लड शुगर का अनुभव कर सकते हैं. जिसका मतलब है कि चीनी आपकी सेल तक नहीं पहुंचती है, जिससे आपको एनर्जी तो मिलती नहीं है लेकिन इससे थकान, साथ ही प्यास लग सकती है. 

कैसे रोकें फूड कोमा को? 

हालांकि भोजन के बाद नींद आना काफी सामान्य है, लेकिन जब आपको काम करने या कुछ पढ़ना हो तो ये असुविधाजनक हो सकता है. यहां तक कि ड्राइव वगैरह करते हुए तो ये खतरनाक साबित हो सकता है. ऐसे में आप कुछ उपाय कर सकते हैं जिससे आप इससे कुछ हद तक बच सकते हैं-

1. ज्यादा खाना न खाएं. संतुलित भोजन करें. इससे आप फूड कोमा से बच सकते हैं. 

2. शराब का सेवन सीमित करें. शराब आपकी रात की नींद में खलल डाल सकती है, जिससे दिन में थकान हो सकती है. अगर आप अपने भोजन के साथ शराब पीते हैं, तो आप नींद महसूस कर सकते हैं. 

3. डीहाइड्रेशन थकान का कारण बन सकता है और आपके ब्रेन के फंक्शन में परेशानी कर सकता है. इसलिए बहुत सारी लिक्विड चीजें जैसे- पानी, चाय, और डेयरी और गैर-डेयरी प्रोडक्ट पिएं. 

4. रात में अच्छी तरह सोएं और पूरी नींद लें. हर रात 7-8 घंटे सोने का लक्ष्य रखें.
 
5. ब्राइट लाइट का प्रयोग करें. दोपहर के भोजन के बाद फूड कोमा के प्रभाव को कम करने के लिए ब्राइट लाइट का प्रयोग करें. भोजन के बाद नींद आने से रोकने के लिए तेज रोशनी का उपयोग ऑफिस या दूसरे काम में आपकी मदद कर सकता है. 


 

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