बंगलुरु शहर आज दूसरी बार Zero Shadow Day का गवाह बनेगा. यह दूसरा उदाहरण है जब शहर इस कलेस्टियल इवेंट का अनुभव करेगा. ठीक दोपहर 12:24 पर, सूर्य की किरणें सीधी पड़ेंगी और इस कारण सड़कों पर चलने वाले लोगों को अपनी ही परछाई नहीं दिखेगी. इस दौरान, कोई भी स्थिर वस्तु, चाहे वह व्यक्ति हो या खंभा, उसकी परछाई जमीन पर नहीं पड़ेगी.
शून्य छाया दिवस या Zero Shadow Day साल में दो बार मनाया जाता है और विशेष रूप से 23.5 से -23.5 डिग्री के लैटिट्यूड रेंज के भीतर कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच स्थित जगहों में मनाया जाता है. इस साल शून्य छाया दिवस 18 अप्रैल को पहले ही आ चुका है, जो दोपहर 12:17 पर चंद पलों के लिए हुआ था. इसी तरह, हैदराबाद में यह घटना 3 अगस्त को दोपहर 12:23 बजे और उससे पहले इसी साल 9 मई को देखी गई थी.
एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया बताती है कि सूर्य कभी भी बिल्कुल ठीक ऊपर नहीं होता है, जिससे उसे उत्तर या दक्षिण में थोड़ी कम ऊंचाई बनाए रखनी पड़ती है. वैज्ञानिक रूप से, संगठन स्पष्ट करता है कि पृथ्वी सूर्य के चारों ओर अपनी कक्षा के तल पर 23.5 डिग्री के कोण पर झुकी हुई है, यही कारण है कि हम विभिन्न मौसमों का अनुभव करते हैं.
इन शहरों में होगा जीरो शैडो डे
आज बंगलुरु के साथ-साथ मंगलौर, बंटवाल, सकलेशपुर, हासन, बिदादी, दशरहल्ली, बंगारपेट, कोलार, वेल्लोर, अरकोट, अराक्कोनम, श्रीपेरंबटूर, तिरुवल्लुर, चेन्नई, आदि स्थानों मे जीरो शैडो डे रहेगा. बंगलुरु में 18 अगस्त, 2023 को दोपहर 12:24 पर जीरो शैडो इफेक्ट होगा. इस दौरान किसी भी स्थिर वस्तु या इंसान का छाया बहुत कम दिखाई देगी या बिल्कुल ही गायब हो जाएगी.
इसके अलावा, इस महीने में 27 तारीख को शनि अपोजिसन व 31 को महीने का दूसरा सूपरमून देखने को मिलेगा. 27 अगस्त को शनि दर्शन का सुनहरा मौका होगा. इस खगोलीय घटना में शनि पृथ्वी के सबसे ज्यादा करीब पहुंचेगा और सुनहरे तारे की तरह चमकता नजर आएगा. इस खगोलीय घटना को अपोजिसन कहा जाता है. जिसमें पश्चिम में सूर्य अस्त हो रहा होगा तभी पूर्व दिशा से शनि उदय हो रहा होगा.
इस महीने की आखिरी खगोलीय घटना सूपरमून की होगी, जिसे ब्लू मून भी कहा जाता है. अगस्त में पहला सूपरमून एक अगस्त हुआ था और अब दूसरा 31 अगस्त की रात देखने को मिलेगा.