अच्छी और सच्ची खबर में सबसे पहले बात महाकुंभ की. प्रयागराज में श्रद्धा, अध्यात्म, संस्कृति और मोक्ष के उत्सव का महापर्व चल रहा है। त्रिवेणी के तट पर करोड़ों लोग डुबकी लगा चुके, करोड़ों का स्नान बाकी है. इस बीच मेलाक्षेत्र से अखाड़ों की विदाई भी शुरू हो चुकी है. महाकुंभ से विदा लेने के बाद ये संत अब काशी, अयोध्या और वृंदावन में भक्ति की धुनी रमाएंगे. यानी आस्था-भक्ति की छटा अब हर दिशा में बिखेरगी .