गीता पाटिल को खाना पकाने का शौक अपनी मां से विरासत में मिला था मगर इस शौक को उन्होंने एक बड़े व्यापार में तब्दील कर दिया. इस व्यापार शुरुआत उन्होंने साल 2016 में की थी जब गीता पाटिल के पति की नौकरी चली गयी थी उस समय घर चलना मुश्किल हो रहा था. तब गीता पाटिल ने अपना घर चलाने के लिए पारंपरिक महाराष्ट्रीयन स्नैक्स और मिठाइयां बनाने का स्टार्टअप शुरू किया. इसका नाम उन्होंने पाटिल काकी रखा.
Geeta Patil had inherited the hobby of cooking from her mother, but she converted this hobby into a big business. She started this business in the year 2016 when Geeta Patil's husband had lost her job, at that time it was becoming difficult to walk home. Then Geeta Patil started a startup making traditional Maharashtrian snacks and sweets to run her household. He named it Patil Kaki.