यूपी में विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 10 फरवरी को होगी. इससे पहले नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज है. मतदाताओं को अपने पाले में करने के लिए जमकर शब्द बाण चलाए जा रहे हैं. इन सबके बीच उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव की एक तस्वीर वायरल हो रही है, अखिलेश यादव के हाथों में एक पर्चा नजर आ रहा है, जिस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की तस्वीर नजर आ रही है और इसमें लिखा हुआ है, 'जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे! यूपी फिर मांगे भाजपा सरकार'. अब ऐसे में सवाल ये उठता है क्या योगी के सियासी चक्रव्यूह के आगे अखिलेश यादव ने सरेंडर कर दिया है. क्या है सच, क्या है झूठ देखिए इस रिपोर्ट में.
Voting for the first phase of the assembly elections in UP will be held on February 10. Before this, the war of words between the leaders is intensifying. A lot of word arrows are being used to get the voters in their favour. Amidst all this, a picture of former Uttar Pradesh Chief Minister Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav is going viral, a pamphlet is visible in the hands of Akhilesh Yadav, on which the picture of Uttar Pradesh Chief Minister Adityanath is seen and written in it. It is, 'Those who have brought Ram, we will bring them! UP again demands BJP government. Now in such a situation, the question arises whether Akhilesh Yadav has surrendered in front of Yogi's political maze. What is the truth, what is a lie, see in this report.