इस वीडियो में पंडित शैलेंद्र पांडेय बता रहे हैं कि भगवान शिव ही नृत्य और संगीत के प्रवर्तक हैं. शिव जी के डमरू में न केवल सातों सुर हैं बल्कि उसके अन्दर वर्णमाला भी है. शिव जी का डमरू बजाना आनंद और मंगल का द्योतक है. वे डमरू बजाकर भी खुश होते हैं और डमरू सुनकर भी. नित्य अगर घर में शिव स्तुति डमरू बजाकर की जाए तो घर में कभी अमंगल नहीं होता.
In this video, astrologer Shailendra Pandey is telling Any power in the world physical divine or material cannot stand before Lord Shiva trishul. Lord Shiv Trishul punishes every person according to his deeds.