पंडित शैलेंद्र पांडेय नारियल के बारे में बता रहे हैं. पंडित जी के अनुसार नारियल फल हर पूजा उपासना में सम्पन्नता लिये प्रयोग किया जाता है. इसको लक्ष्मी जी का स्वरुप मानते हैं, अतः इसको श्रीफल भी कहते हैं. देवी की पूजा में नारियल का विशेष प्रयोग होता है. चूँकि इसका स्वरुप मानव की खोपड़ी की तरह है, अतः इसको बलि के प्रतीक के रूप में प्रयोग किया जाता है.