जैसे सिनेमा की दुनिया में हर अदाकार को ऑस्कर का इंतज़ार होता है, उसी तरह लेखन और साहित्य की दुनिया से जुड़े लोगों की निगाहें बुकर परस्कार पर होती हैं. यानी वो पुरस्कार जिसे साहित्य की दुनिया का ऑस्कर कहा जाता है. वो ऑसकर इस बार भारतीय लेखिका गीताजंलि श्री को मिला है. लंदन में इंटरनेशनल बुकर प्राइज़ समारोह में जैसे ही इसका ऐलान हुआ भारत का हर नागरिक गर्व से भर गया. हिंदी में इंटरनेशनल बुकर तक पहुंचने की जो कहानी अधूरी पड़ी थी, उसे गीतांजलि श्री ने मुकम्मल कर दिया... आपको मिलवाते हैं ..बूकर अवॉर्ड विनर - गीतांजली श्री से .
Just as every actor in the world of cinema waits for the Oscar, similarly the eyes of people associated with the world of writing and literature are on the Booker Prize. That is, the award which is called the Oscar of the literary world. This time the Oscar has been given to Indian writer Gitajali Shree. As soon as it was announced at the International Booker Prize ceremony in London, every citizen of India was filled with pride. Geetanjali Shree has completed the story of reaching International Booker in Hindi which was incomplete. Let us introduce you to Booker Award Winner – Gitanjali Shree.