दीपावली का निर्धारण सामान्यतः प्रदोषकाल से किया जाता है. इस बार प्रदोषकाल 31 अक्टूबर को भी है और 01 नवम्बर को भी है - परन्तु 01 नवंबर को प्रदोषकाल पूर्ण नहीं है, साथ ही 01 नवंबर को अमावस्या सायं 06.16 पर समाप्त हो जायेगी. 01 नवम्बर को रात्रि में अमवस्या न रहने के कारण स्थिर सिंह लग्न और महानिशीथ काल की पूजा संभव नहीं होगी. 31 अक्टूबर को सायं 03.52 से अमावस्या आरम्भ हो जायेगी.