कुंडली के चतुर्थ, सप्तम और दशम भाव से व्यक्ति के नाम और यश की स्थिति देखी जाती है. कभी कभी द्वादश भाव से भी नाम यश का विचार होता है. मूल रूप से चन्द्रमा और शुक्र ,यश प्रदान करने वाले ग्रह माने जाते हैं. हस्तरेखा विज्ञान में सूर्य को यश का ग्रह माना जाता है. शनि , राहु और ख़राब चन्द्रमा , यश में बाधा पंहुचाने वाले ग्रह हैं - इसके अलावा कभी कभी संगति से भी अपयश का योग बन जाता है.