सनातन धर्म में व्रत का विशेष महत्त्व है. यह न केवल आध्यात्मिक विकास का मार्ग है, बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है. व्रत रखने से तन-मन की शुद्धि होती है, आत्मनियंत्रण बढ़ता है और ईश्वर से संपर्क स्थापित होता है. विभिन्न तिथियों और दिनों पर रखे जाने वाले व्रतों का अपना-अपना महत्त्व है. व्रत के दौरान उचित आहार और सावधानियों का पालन करना आवश्यक है. यह कार्यक्रम व्रत के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी प्रदान करता है.