हर कोई शानदार जीवन जीना चाहता है लेकिन सबकी किस्मत ऐश्वर्य से भरी नहीं होती है. हर कोई सुखी जीवन जीना चाहता है. कोई नहीं चाहता कि उसे कभी दुख का सामना करना पड़ा. लेकिन ज्योतिष का विज्ञान कहता है कि सुख का आना और दुख का जाना. दोनों ही नवग्रह की चाल पर निर्भर करते है. जी हां कुंडली की चाल ही सुख का निर्धारण करती है. चलिए जानते हैं कि क्या है सुख. और क्या नाता है ग्रहों का सुख से.