हिमाचल के कांगड़ा जिले में बना काठगढ़ महादेव मंदिर से कई कथाएं..पौराणिक मान्यताएं जुड़ी है. कहते हैं कि ये दुनिया का पहला ऐसा शिवलिंग है जो कि दो भागों में विभाजित है. शिवलिंग के एक भाग में माता पार्वती तो दूसरे में शिव का स्वरूप है. कहते हैं ग्रह नक्षत्र की चाल से दोनों शिवलिंग चलायमान होते हैं. इस शिवलिंग को अर्धनारीश्वर मान कर इसकी पूजा की जाती है. इस मंदिर में पास-पास दो शिवलिंग है. एक शिवलिंग शिव का स्वरूप माना जाता है..जबकि दूसरा शिवलिंग माता पार्वती का स्वरूप है. जन्माष्टमी से महाशिवरात्रि तक जो शिवलिंग दो भागों में बंटा रहता है..वो आखिर शिवरात्रि के दिन एक कैसे हो जाता है..आखिर ये अजूबा होता कहां है..जानिए. देखें प्रार्थना हो स्वीकार.
Many stories and mythological beliefs are associated with the Kathgarh Mahadev temple built in Kangra district of Himachal. It is said that this is the first such Shivling in the world which is divided into two parts. Watch the video to know more updates.